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आचार्य आर एल पाण्डेय
लखनऊ । हरदोई रिंग रोड पारा क्षेत्र में स्थित बुद्धेश्वर महादेव मंदिर में बुद्धेश्वर महादेव का नाम लेने मात्र से ही दुख दूर हो जाते हैं। इस मंदिर में रुद्राभिषेक के माध्यम से शिव जी और मां पार्वती की कृपा प्राप्त की जाती है। हर दिन शिव की आराधना की जाती है।
मंदिर का इतिहास है कि मंदिर की स्थापना को लेकर कई कथानक हैं। कहा जाता है कि भोले नाथ दैत्य भस्मासुर को भस्म करने के लिए यहां आए थे। यह भी कहा जाता है कि श्रीराम ने जब मां सीता का त्याग किया था तो वन जाते समय लक्ष्मण जी यहीं पर रुके थे। सीता जी ने यहां भगवान शंकर की स्थापना की थी। वह दिन बुधवार था। इसलिए मंदिर का नाम बुद्धेश्वर महादेव पड़ा । यहां सीता कुंड वर्तमान में भी मौजूद है। मंदिर की विशेषता है कि भगवान शिव का पूजन सोमवार को होता है, लेकिन बुद्धेश्वर मंदिर में बुधवार को भोलेनाथ की पूजा की जाती है। श्रावण के सभी बुधवार को यहां ऐतिहासिक मेला भी लगता है, लेकिन इस बार मेला नहीं लगेगा। मान्यता है कि सच्चे मन से बाबा बुद्धेश्वर से जो कुछ मांगा जाता है, उसकी प्राप्ति होती है। श्रावण मास में सभी बुधवार को दर्शन करने वालों की बुद्धि प्रखर हो जाती है। बाबा बुद्धेश्वर के दर्शन से दुख दूर होते हैं। सावन मास में हर बुधवार को दर्शन करने वाले भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं। श्रद्धालुओं को दर्शन में कोई परेशानी न हो इसको लेकर इंतजाम पूरे कर लिए गए।दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर समिति के लोग रहते हैं।