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1 सितंबर – श्रीरामचरितमानस की भाव सहित चौपाई
नमो राघवाय 🙏
नाथ एक बर मागउँ
राम कृपा करि देहु।
जन्म जन्म प्रभु पद कमल
कबहुँ घटै जनि नेहु ।।
( उत्तरकांड, दो. 49)
राम राम 🙏🙏
राज्याभिषेक उपरांत राम जी ने सभी अयोध्यावासियो को बुलाकर भक्ति का उपदेश दिया है । फिर कुछ दिन बाद वशिष्ठ जी आते हैं और कहते हैं वेद पुराण आदि पढ़ने का फल आपके चरणों में प्रेम होना है । राम जी से मिल कर वापस जाते समय वे कहते हैं कि मैं आपसे एक वर माँगता हूँ, आप कृपा कर दीजिए कि जन्म जन्म आपके चरणों में मेरी प्रीति कभी न घटे ।
राम चरणों में प्रीति तो हम आप भी चाहते हैं परंतु अपनी मनोकामनाएँ पूरी होने तक , इसीलिए हमारा राम प्रेम बना नहीं रहता है । अक्षुण्ण राम कृपा चाहते हैं तो अपना राम प्रेम बढ़ाएँ । अथ ! श्रीराम , जय राम राम 🚩🚩🚩
संकलन तरूण जी लखनऊ