Getting your Trinity Audio player ready...
|
अयोध्या(संवाददाता) सुरेंद्र कुमार गौतम। रामलला मंदिर निर्माण तेज गति से हो रहा है। पर अचानक मंदिर निर्माण के लिए हुए भूमि खरीद में कई पार्टिओं के नेताओं ने घोटाले का आरोप लगाया है। जिसके बाद विश्व हिंदू परिषद ने आरोप लगाने वाले नेताओं और दलों को कहा कि, अगर सुबूत है तो कोर्ट का दरवाजा खटखटाएं।
अयोध्या में राममंदिर से जुड़े जमीन विवाद को लेकर अब संतों में वाद होने लगा हैं। विहिप के संयुक्त महामंत्री डॉ. सुरेंद्र जैन ने पूछा कि जिनके पास भ्रष्टाचार के सुबूत हैं, वे कोर्ट क्यों नहीं जा रहे हैं। हम इसका इंतजार कर रहे हैं, फिर सच्चाई सबके सामने आ जाएगी। उन्होंने जमीन खरीद में भ्रष्टाचार के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहाकि, ये तथ्यहीन और झूठे हैं। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने पूरी पारदर्शिता और ईमानदारी से इन खरीद को अंतिम रूप दिया है।आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद और यूपी प्रभारी संजय सिंह ने हाल ही में आरोप लगाया था कि अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने 2 करोड़ रुपए मूल्य के भूखंड को 18.5 करोड़ रुपए की बढ़ी हुई कीमत पर खरीदा। इतना ही नहीं, अयोध्या से पूर्व विधायक और समाजवादी सरकार में मंत्री रह चुके पवन पांडेय ने भी जमीन खरीद में गड़बड़ी का बात उठाई थी। इस पर विश्व हिंदू परिषद ने राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और संजय सिंह पर मानहानि का केस करनी की भी बात कही है।
वेबसाइट पर पूरा ब्योरा अपलोड :- उधर, कुछ दिन पहले ही राम मंदिर जमीन खरीद मामले में घोटाले के आरोप से घिरे श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अपनी वेबसाइट पर जमीन खरीद से जुड़े पूरे ब्योरे को अंग्रेजी भाषा में अपलोड किया है। जिससे सभी रामभक्त आसानी से इस परे प्रकरण को समझ सकें।