जिलाधिकारी के पत्र को इंजीनियर ने फाड़ कर फेंका कहाबकवास है पत्र, डीएम के निर्देश का नहीं हुआ असर

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सीतापुर जल निगम निर्माण खंड विभाग में तैनात अधिशासी अभियंता के द्वारा पूरी तरह से भ्रष्टाचार खुलेआम किया जा रहा है बगैर रिश्वत कमीशन के ठेकेदारों का भुगतान नहीं किया जा रहा है जिलाधिकारी के आदेश भी बगैर कमीशन बेअसर साबित हो रहे मैसर्स कुमार कंस्ट्रक्शन शैलेंद्र सिंह ठेकेदार के द्वारा टेंडर के माध्यम से विकासखंड परसेंडी और लहरपुर का इंडिया मार्का हैंड पंप रिबोर कराने का कार्य कराया गया था जो कार्य वर्ष 2015 2016 में ठेकेदार को मिला था समय पर सारा कार्य ठेकेदार द्वारा पूर्ण करा कर अपने कराए गए कार्यों का सत्यापन भी विभागीय जूनियर इंजीनियर से कराया भुगतान के समय ठेकेदार से एडवांस 40% कमीशन परसेंडी के जूनियर इंजीनियर मुल्तान सिंह लहरपुर के जूनियर इंजीनियर मोहम्मद अखलाक अंसारी के द्वारा मांगा गया जबकि अन्य ठेकेदारों से उक्त इंजीनियर द्वारा 20% कमीशन लिया जाता था ऐसी जानकारी पीड़ित ठेकेदार द्वारा दी गई ठेकेदार नया था पहला कार्य मिला था जिसे परेशान करने के लिए विभागीय इंजीनियरों द्वारा ऐसा किया गया ठेकेदार जब 40 पर्सेंट एडवांस कमीशन देने से मना कर दिया तो जूनियर इंजीनियर द्वारा झूठा कार्य अ पूर्ण का आरोप लगा दिया गया पीड़ित ठेकेदार जिलाधिकारी सीतापुर को आवेदन देकर अपने कराए गए कार्यों की जांच की मांग की जिलाधिकारी ने खंड विकास अधिकारी से ठेकेदार के सारे कार्यों की जांच कराई जिसमें ठेकेदार के सारे कार्य सही पाए गए तब जिलाधिकारी द्वारा अधिशासी अभियंता जल निगम निर्माण खंड सीतापुर को भुगतान करने के लिए निर्देशित किया परंतु विभागीय इंजीनियरों के द्वारा ठेकेदार का भुगतान नहीं किया गया पीड़ित ठेकेदार के द्वारा चार बार जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र दिए गए जिलाधिकारी द्वारा चार बार पत्र भेजकर भुगतान के लिए निर्देश जारी किए गए अंत में पत्रावली सहित अधिशासी अभियंता जल निगम निर्माण खंड सीतापुर को अपने कार्यालय में तलब किया परंतु जिलाधिकारी की ना जांच मानी गई ना भुगतान के निर्देश ही माने गए बुलाने पर जिलाधिकारी कार्यालय में उपस्थित भी जल निगम के कोई भी अधिकारी नहीं हुए न किसी प्रकार की लिखित जानकारी से अवगत कराया गया जिला प्रशासन के आदेश निर्देश भी जल निगम के इंजीनियर नहीं मान रहे हैं सूत्रों द्वारा ज्ञात हुआ है कि ठेकेदार का भुगतान दूसरे के नाम कोटेशन पर कार्य दिखाकर निकाल लिया गया है इस प्रकार भ्रष्टाचार चरम सीमा पर व्याप्त है पीड़ित ठेकेदार जब विभागीय इंजीनियर सहायक अभियंता मोहम्मद अखलाक अंसारी से मिलकर जिलाधिकारी द्वारा कराई गई जांच और भुगतान के लिए दिए गए निर्देश का पत्र की प्रति दी गई तो आग बबूला होकर सहायक अभियंता मोहम्मद अखलाक अंसारी ठेकेदार के साथ अभद्र व्यवहार करते हुए जिलाधिकारी की जांच और निर्देश की प्रति नोच कर ठेकेदार के ऊपर फेंक दी ठेकेदार को भगा दिया कहा जाकर डीएम से भुगतान करवा लो यहां किसी कीमत पर तुम्हारा भुगतान नहीं होने दूंगा ऐसी जानकारी पीड़ित ठेकेदार के द्वारा दी गई हैं इससे स्पष्ट प्रतीत हो रहा है की जल निगम निर्माण खंड सीतापुर में गुंडागर्दी के साथ भ्रष्टाचार की चरम सीमा पर मौजूद है

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