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आईपीएल में आखिरकार चेन्नई सुपरकिंग्स के प्रशंसकों के लिए जश्न मनाने का दिन आ गया। लगातार चार हार के बाद चार बार की चैंपियन चेन्नई सुपरकिंग्स ने धमाकेदार वापसी की। उसने मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में मंगलवार (12 अप्रैल) को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम को परास्त कर दिया। चेन्नई की इस जीत में बल्लेबाजों के अलावा स्पिनर्स ने अहम भूमिका निभाई। वहीं, आरसीबी को अपने प्रमुख गेंदबाज हर्षल पटेल की कमी खली।
मैच में टर्निंग पॉइंट
1. शिवम दुबे और रॉबिन उथप्पा की साझेदारी: चेन्नई ने 6.4 ओवर में दो विकेट पर 36 रन बनाए थे। ऋतुराज गायकवाड़ और मोईन अली फिर से फेल हो गए। इस प्रदर्शन को देखकर फैंस को लगा कि टीम किसी तरह 150 रन के स्कोर तक पहुंचेगी। चेन्नई ने मास्टरस्ट्रोक चलते हुए इन-फॉर्म बल्लेबाज शिवम दुबे को चौथे क्रम पर भेज दिया। दुबे ने उथप्पा के साथ पहले टीम को संभाला। क्रीज पर टिकने के बाद उन्होंने तेजी से रन बनाने शुरू कर दिए। उनको देखकर रॉबिन उथप्पा ने भी गियर बदला और चौके-छक्के लगाने। दोनों ने मिलकर 17 छक्के मारे। उथप्पा और दुबे ने तीसरे विकेट के लिए 74 गेंदों पर 165 रनों की साझेदारी की।
2. आरसीबी का शीर्ष क्रम ढहा: चेन्नई द्वारा मिले 217 रन के लक्ष्य का पीछे करने उतरी आरसीबी की टीम ने खराब शुरुआत की। फाफ डुप्लेसिस, विराट कोहली, ग्लेन मैक्सवेल और दिनेश कार्तिक जैसे बल्लेबाजों को टीम में देखकर लगा कि आरसीबी की टीम इस स्कोर को हासिल कर सकती है, लेकिन उसकी शुरुआत ही खराब हुई। 6.5 ओवर में टीम के चार शुरुआती बल्लेबाज पवेलियन लौट गए। डुप्लेसिस, अनुज रावत, कोहली और मैक्सवेल सभी फेल रहे। चेन्नई ने चार विकेट लेकर मैच में दबाव बना दिया। इस दबाव से आरसीबी की टीम अंत तक बाहर नहीं निकल पाई।
दोनों कप्तानों का प्रदर्शन
रवींद्र जडेजा बल्लेबाजी में एक बार फिर कुछ खास नहीं कर सके। 19वें ओवर में क्रीज पर उतरे और पहली गेंद पर आउट हो गए। गेंदबाजी में उन्होंने जरूर कमाल दिखाया और चार ओवर में 39 रन देकर तीन विकेट लिए। उन्होंने ग्लेन मैक्सवेल जैसे तूफानी बल्लेबाज को बोल्ड कर आरसीबी की कमर तोड़ दी। दूसरी ओर, फाफ डुप्लेसिस एक बार फिर बड़ी पारी नहीं खेल सके। उन्होंने पहले मैच के बाद अब तक निराश ही किया है।
चेन्नई के लिए मैच में क्या-क्या हुआ?
सकारात्मक पक्ष: चेन्नई के लिए अनुभवी रॉबिन उथप्पा और युवा शिवम दुबे ने धमाकेदार बल्लेबाजी की। दोनों बल्लेबाज इस सीजन में शानदार फॉर्म में चल रहे हैं और उसे इस मैच में भी जारी रखा। गेंदबाजी में श्रीलंका के युवा स्पिनर महेश तीक्षणा ने चार विकेट लेकर खुद को साबित किया। जडेजा ने पुराने अंदाज में गेंदबाजी की। चेन्नई की टीम शुरू से अपने स्पिनरों पर निर्भर रही है। इस मैच में जडेजा और तीक्षणा की जोड़ी ने कमाल दिखाया।
नकारात्मक पक्ष: ऋतुराज गायकवाड़ का खराब फॉर्म जारी है। वे 17 रन बनाकर लौट गए। मोईन अली और जडेजा का बल्ला भी नहीं चला। इनके अलावा तेज गेंदबाजों ने भी निराश किया। मुकेश चौधरी, क्रिस जॉर्डन और ड्वेन ब्रावो तीनों महंगे साबित हुए। चेन्नई को सबसे ज्यादा इसी विभाग में काम करने की जरुरत है। अगर तेज गेंदबाजी में सुधार नहीं आया तो टीम ज्यादा मैचों में जीत हासिल नहीं कर पाएगी।
आरसीबी के लिए मैच में क्या-क्या हुआ?
सकारात्मक पक्ष: गेंदबाज जोश हेजलवुड ने सीजन में अपना पहला मैच खेला। वे प्रभावी दिखे और एक विकेट भी लिया। दूसरे छोर से उन्हें साथ नहीं मिला। बल्लेबाजी में शाहबाज अहमद, सुयश प्रभुदेसाई और दिनेश कार्तिक ने उपयोगी पारियां खेलीं। अहमद और कार्तिक इससे पहले भी आरसीबी के लिए महत्वपूर्ण पारी खेल चुके हैं। सुयश ने अपने पहले ही मैच में दिखाया कि वे लंबे समय तक आरसीबी के लिए खेल सकते हैं।
नकारात्मक पक्ष: गेंदबाजों में सभी महंगे साबित हुए। हेजलवुड के अलावा किसी गेंदबाज ने चेन्नई के बल्लेबाजों को परेशान नहीं किया। मोहम्मद सिराज से टीम को सबसे ज्यादा उम्मीदें थीं, लेकिन उन्होंने एक बार फिर टीम को निराश किया। हसरंगा ने विकेट जरूर लिए, लेकिन जमकर रन भी लुटाए। गेंदबाजी में टीम को हर्षल पटेल की कमी खली। वे मिडिल ओवरों के अलावा डेथ ओवरों में विकेट निकालने में माहिर हैं। बल्लेबाजों में डुप्लेसिस, अनुज रावत, विराट कोहली और ग्लेन मैक्सवेल का बल्ला नहीं चला। अगर इन चारों में से किसी एक ने भी लंबी पारी खेली होती तो मैच का नतीजा कुछ और हो सकता था।