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मौसम विभाग के मानकों पर जाएं तो राजधानी में हीट वेव नहीं चल रही है, पर आसमान से बरस रही आग इसे झुठला रही है। चार दिनों से पारा लगातार 41 से 43 डिग्री के आसपास बना हुआ है। वहीं, एक सप्ताह तक अधिकतम तापमान बढ़ा हुआ रहने का अनुमान है।
आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र के विशेषज्ञों का कहना है कि आमतौर पर गर्मी में ऐसे बदलाव स्वाभाविक हैं। वहीं, वैश्विक ताप वृद्धि को लेकर मौसम में बदलाव का अध्ययन करने में जुटे लखनऊ व दिल्ली के विशेषज्ञों के अध्ययन का निष्कर्ष बता रहा है कि आने वाले दिनों में हर दिन हीट वेव चलेगी।
लखनऊ विश्वविद्यालय में वरिष्ठ भू-वैज्ञानिक प्रो. ध्रुवसेन सिंह ने बीते दशकों के आंकड़ों के आधार पर रिपोर्ट तैयार की है। इसके मुताबिक 1981-90 तक हीट वेव के 413 दिन थे। वहीं, 2010-20 में 600 दिन गर्म हवा के थपेड़े खाने को मिले। इन 200 दिनों की वृद्धि के आधार पर कहा जा सकता है कि 2020-30 में हीट वेव के 800 दिन हो सकते हैं।15 अप्रैल से 15 जून तक लगभग 60 दिन हीट वेव चलती है। यदि चालू दशक में 800 दिन हीट वेव के होते हैं तो हर साल के 80 दिन होंगे। ऐसे में बहुत संभव है कि मानसून आगे खिसक जाए और हर दिन हीट दिवस हो।
11 मार्च से ही हीट वेव के हालात हो गए शुरू
सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट की विशेषज्ञ किरण पांडेय कहती हैं कि इस साल तो हीट वेव के हालात 11 मार्च से ही शुरू हो गए थे। उत्तर प्रदेश में 11 मार्च से 18 मई तक 18 हीट वेव दिवस दर्ज हुए। यानी 2010, 2012 के बाद सर्वाधिक गर्मी इस साल हुई है। वहीं, नौ जून तक के लखनऊ के पूर्वानुमान को देखें तो अधिकतम तापमान 43 डिग्री रहने का अनुमान है, लेकिन हीट वेव की आशंका नहीं जताई जा रही है।
तेज धूप, गर्म हवा के थपेड़े, फिर भी हीट वेव नहीं!
बीते तीन दिनों के मौसम की बात करें तो धूप इतनी तेज है कि घर से निकलना मुश्किल हो रहा है। गर्म हवा के थपेड़ों ने हाल बेहाल कर रखा है। उमस चरम पर है, फिर भी मौसम विभाग का कहना है कि हीट वेव नहीं है। दरअसल, तय मानकों के मुताबिक, हीट वेव तब होती है जब किसी जगह का तापमान मैदानी इलाकों में 40, तटीय इलाकों में 37 और पहाड़ी इलाकों में 30 डिग्री सेल्सियस होता है। साथ ही लगातार दो दिन तक इसमें सामान्य से 4.5 से 6.4 डिग्री का उतार-चढ़ाव बना रहे। इसके अलावा यदि तापमान 45 डिग्री पार कर जाए तो भी हीट वेव होती है। 10-11 जून तक प्री-मानसून बारिश के भी आसार
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में चक्रवातीय दबाव मानसूनी हालात बना रहे हैं। इससे नमी बनी है। वहीं, पूर्वी हवाएं चल रही हैं। इन दोनों कारणों से लखनऊ व प्रदेश में उमस भरा माहौल बना हुआ है। वहीं, 10 और 11जून तक प्री मानसूनी बारिश के भी संकेत हैं।