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1-लाला बाजार और बदलापुर में उपद्रवी छात्रों ने जमकर काटा बवाल दो सरकारी बसों प्राइवेट बसों को किया आग के हवाले
2-वारदात को रोकने के लिए पहुंची पुलिस पर छात्रों ने किया पथराव कई पुलिसकर्मी चोटिल पुलिस कर्मियों की वाहनों को भी किया आग के हवाले
3-घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे वाराणसी के आईजी, के. सत्यनारायण, कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने पहुंचकर लिया जायजा।
जौनपुर भारतीय सेना में 4 साल की भर्ती प्रक्रिया के तहत केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना को लेकर पूरे देश में छात्र हंगामा मचाए हुए हैं। तो वही इस योजना के विरोध की आंच अब जौनपुर में भी पहुंच गई है। शुक्रवार से शुरू हुई हिंसात्मक आंदोलन की शुरुआत शनिवार दूसरे दिन भी आंदोलनकारी छात्रों ने जनपद के दो थाना क्षेत्रों में जमकर तोड़फोड़ करते हुए आगजनी की घटना को अंजाम देकर आंदोलन को हिंसात्मक बना दिया है। इस दौरान कुछ सुरक्षाकर्मी भी घायल हुए हैं। शनिवार सुबह 10 बजे के आसपास जौनपुर प्रयाग राज मार्ग स्थित लाला बाजार में बड़ी तादाद में छात्र युवाओं का आंदोलन बड़ा रुख अख्तियार कर लिया सड़क पर पहुंचे बड़ी तादाद में युवाओं ने प्रयागराज से गोरखपुर जा रही रोडवेज बस से सवारियों को उतार कर उसमें तोड़फोड़ करते हुए आग के हवाले कर दिया। घटना की जानकारी मिलते ही सिकरारा पुलिस मौके पर पहुंची तो उपद्रवियों ने पथराव शुरू कर दिया जिसमें थानेदार सहित 2 पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। युवाओं द्वारा उत्पात मचाए जाने की खबर लगते ही जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा पुलिस अधीक्षक अजय कुमार साहनी अपर पुलिस अधीक्षक शहर डॉक्टर संजय कुमार सिंह भारी पीएसी बल के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए पीएससी ने घेराबंदी की तो आंदोलनकारी छात्र मौके से फरार हो गए। लगभग डेढ़ घंटे बाद पुलिस और प्रशासन ने स्थिति पर काबू पाया स्थिति को काबू में करने के लिए पीएसी बल मौके पर तैनात कर दिया गया ।वहीं दूसरी तरफ बदलापुर थाना अंतर्गत आक्रोशित छात्रों ने लखनऊ से वाराणसी जा रही दो रोडवेज बसों को बुरी तरह से क्षतिग्रस्त करते हुए आग लगा दिया आग की सूचना मिलते ही जिलाधिकारी पुलिस अधीक्षक क्षेत्राधिकारी सहित भारी पुलिस बल भी मौके पर पहुंचा पुलिस को देखते ही उपद्रवी छात्रों ने पथराव शुरू कर दिया जिसमें कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। यहां भी पहुंची पीएससी ने मोर्चा संभाला तो मौके से छात्र भाग निकले जिले के दो अलग-अलग थाना क्षेत्रों में हुई बड़ी घटना को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर आया है। जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा व पुलिस अधीक्षक अजय कुमार साहनी ने संवेदनशील स्थानों रोडवेज बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन विभिन्न चौराहों सार्वजनिक स्थलों व भीड़ भाड़ वाली अन्य जगहों पर पीएसी बल लगा दिया है जिससे कोई बड़ी वारदात को रोका जा सके। घटनास्थल के पास से कुछ उपद्रवियों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ में जुट गई है व अन्य आरोपियों की तलाश के लिए टीम गठित कर संभावित स्थानों पर दबिश दी जा रही है। गाड़ियों के जलाए जाने की सूचना मिलते ही मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल पुलिस महानिरीक्षक वाराणसी के सत्यनारायण भी घटनास्थल पर पहुंचकर जायजा लिया ।वही इस संबंध में बात करते हुए पुलिस महानिरीक्षक के. सत्य नारायण ने बताया कि आज कुछ उपद्रवी छात्रों द्वारा सेना में भर्ती प्रक्रिया को लेकर बवाल किया गया है कुछ बसों में तोड़फोड़ व आगजनी की गई है कुछ लोगों की गिरफ्तारी की गई है और जल्द ही इस मामले में और भी गिरफ्तारी होगी इन सभी के खिलाफ गैंगेस्टर सहित अन्य कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी अभी स्थिति सामान्य है उन्होंने कहा हालांकि हर जगह हर गांव में पुलिस लगाना संभव नहीं है छोटे-छोटे गांव में इस तरह की घटनाएं हो रही हैं मौके का जायजा लिया गया है। कुछ उपद्रवियों को गिरफ्तार करते हुए अन्य लोगों की तलाश के लिए दबिश दी जा रही है जिसका परिणाम कुछ समय में आपको मिलेगा। गौर करें तो शुक्रवार की घटना से यदि जिला प्रशासन व पुलिस शासन ने सबक लिया होता तो शायद आज इस बड़ी घटना को रोका जा सकता था। इससे साफ जाहिर होता है कि जिले की पुलिस व्यवस्था एलआईयू ,स्पेशल ब्रांच, क्राइम ब्रांच जो कि विशेष परिस्थितियों से निपटने के लिए होती हैं उनकी रिपोर्टिंग कहीं न कहीं पूरी तरह से फेल साबित हुई। जिसका परिणाम उपद्रवी छात्रों ने इतनी बड़ी घटना को अंजाम दिया।