Getting your Trinity Audio player ready...
|
रिपोर्ट-जनार्दन श्रीवास्तव
पाली-(हरदोई) छुट्टा जानवरों ने किसानों की रातों की नींद और दिन का चैन उड़ा रखा है। फसल बचाने के लिए कड़ाके की ठंड में उन्हें रात भर जागकर खेतों पर रखवाली करनी पड़ रही है। तय समय बीत जाने के बाद मंगलवार सुबह किसानों का गुस्सा फूटा और दर्जनों बेसहारा अन्ना पशुओं को घेर कर कृषि रक्षा इकाई के सामने खाली पड़े प्लाट के अंदर बंद कर दिया। शुक्रवार को दर्जनों किसानों ने ईओ को ज्ञापन देकर 48 घंटे के अंदर छुट्टा जानवरों को गौशाला भेजने की मांग की थी।
कस्बे में चारों ओर छुट्टा पशुओं का आतंक है। किसानों को अपनी फसल बचाने के लिए दिन-रात जद्दोजहद करनी पड़ रही है। उन्होंने बीते शुक्रवार को नगर पंचायत ईओ को ज्ञापन देकर 48 घंटे में छुट्टा जानवरों से निजात दिलाने की मांग थी। तय समय बीत जाने के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकला। इसके बाद लगातार हो रहे नुकसान पर मंगलवार सुबह किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। सुबह से ही दर्जनों की संख्या में किसान लाठी-डंडे लेकर घर से निकल पड़े। उन्होंने जहाँ भी छुट्टा पशु नजर आये उन्हें खदेड़कर कृषि रक्षा इकाई के सामने खाली प्लाट के अंदर दर्जनों की संख्या में अन्ना पशुओं को बंद कर दिया। करीब तीन घंटा बीत जाने के बाद भी कोई सुनवायी ना होने पर किसानों ने जानवरों को नगर पंचायत के अंदर बंद करने का निर्णय लिया। जिसकी भनक लगते ही नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी प्रकाश चन्द्र गोपालन और पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ धर्मेन्द्र वर्मा आनन फानन में मौके पर पहुँच गये और किसानों को समझा बुझाकर शांत कराया। इसके बाद छुट्टा जानवरों को गौशाला भेजा गया। ईओ प्रकाश चंद्र गोपालन ने बताया कि जो आसपास गौशालाएं हैं वे सभी अन्ना पशुओं से फुल है। इसलिए अन्य छुट्टा पशुओं के लिए दिक्कत आ रही है। कई दिनों से पंचायत कर्मियों की मदद से करीब 70 से 80 जानवरों को अगल-अलग गौशालाओं में भेजा गया है,साथ ही नगर पंचायत कर्मी लगातार कई दिनों से छुट्टा जानवरों को पकड़ कर गौशाला भेजने का कार्य कर रहे है।