संत सम्मेलन में उठा गौ रक्षा मंत्रालय बनाने का मुद्दा

Getting your Trinity Audio player ready...

ऋषि -कृषि सम्मेलन मंगलवार को संतों ने गौ रक्षा मंत्रालय बनाने का मुद्दा उठाया। साधु-संतों ने कहा कि गौ आधारित खेती से ही राष्ट्र का उत्थान संभव है। इसके लिए केंद्र -प्रदेश में मंत्रालय और जिला स्तर पर आयोग का गठन कर गो आधारित कृषि की ठोस कार्ययोजना बनाई जानी चाहिए।सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि काशी सुमेरु पीठाधीश्वर स्वामी नरेंद्र नंद सरस्वती ने कृषि को लेकर नए प्रयोगों की जरूरत पर बल दिया।

स्वामी नरेन्द्रानंद ने कहा कि गौ आधारित खेती का मूल हमारे वेद हैं। गौ आधारित खेती से ही विश्व का कल्याण हो सकता है। रसायन मुक्त खेती होनी चाहिए। जगद्गुरु ने गौ रक्षा मंत्रालय और जिला स्तर पर गौ सेवा आयोग बनाने का सुझाव दिया। साथ ही गौ आधारित खेती के लिए जन प्रतिनिधियों को एक -एक गांव गोद लेने का परामर्श भी दिया।

 

मुख्य वक्ता कृषि समृद्धि आयोग के सदस्य श्याम बिहारी गुप्त ने भी गोवंशों के संरक्षण पर जोर दिया। उप निदेशक कृषि विनोद कुमार शर्मा ने यूरिया को विष बताया। उन्होंने भी किसानों को गौ आधारित कृषि के लिए प्रेरित किया। कृषि समृद्धि आयोग के सदस्य श्याम बिहारी गुप्त ने किसानों को गो मूत्र से जीवामृत बना कर यूरिया के स्थान पर प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया।

इस मौके पर मछली बंदर मठ के महंत विमल देव आश्रम, अखिल भारतीय दंडी संन्यासी परिषद के अध्यक्ष महंत स्वामी ब्रह्माश्रम,घरौंदा पीठाधीश्वर स्वामी शंकर आश्रम,टीकरमाफी आश्रम के महंत हरि चैतन्य ब्रह्मचारी,चौसठी मठ के महंत प्रकाश आश्रम,अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेंद्रनंद सरस्वती,विश्व स्वरूप ब्रम्हचारी,महेंद्र स्वरूप ब्रम्हचारी,योगेंद्र स्वरूप ब्रम्हचारी उपस्थित थे।

संचालन भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश कार्यालय प्रभारी आचार्य कुश मुनि स्वरूप ने किया। इसके बाद कृषि समृद्धि आयोग के सदस्य श्याम बिहारी गुप्त को शाल ओढ़ा कर सम्मानित किया गया। अध्यक्षता सनातन ज्ञान पीठाधीश्वर स्वामी महेशाश्रम ने की।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *