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गुलाब सलाट ऐक्शन एक्टर को 24 फेब्रुअरी 2023+ मिला है बॉलीवुड सीने रिपोर्टर ग्लोबल आईकॉनिक अवार्ड श्री राम चंद्र जांगग्रा मेंबर ऑफ पार्लियामेंट राज्यसभा सांसद दिल्ली अजय शास्त्री ऑर्गेनाइजर 17 दिसंबर 2022 नागपुर गौरव पुरस्कार अवार्ड महाराष्ट्र ग्लोबल इंटरनेशनल फाउंडेशन टीम मनीषा ठाकरे संस्थापक अध्यक्ष जनगौरव कार्य दर्पण आईकॉन पुरस्कार अवार्ड कला एक्शन एक्टर के तौर पर मिला मुंबई सीएसटी महाराष्ट्र में 19 नवंबर 2022 सीने मीडिया अवार्ड 20 मार्च 2021 मिला है वाइब्रेट गुजराती फिल्म अवार्ड 2017 मिला है गुलाब का जीवन परिचय गुलाब एक्शन एक्टर आनंद गुजरात की पैदाइश है गुलाब के माता पिता बहुत ही गरीब थे और उनका पूरा जीवन चारपाई के तंबू में गुजार दिया था लेकिन गुलाब के पिता तम्मा भाई सलाट एक हाथ मजदूरी कर कर अपने बेटे को एक अच्छे मुकाम तक पहुंचाने की कोशिश में थे और उसमें एक नाम था गुलाब सलाट का जो 8 वर्ष की उम्र से ही फिल्म बॉलीवुड का लगाव था कि मैं एक बार फिल्मों में काम करूंगा पापा को यह बोला था पापा ने वही बात को लेकर मेहनत करना चालू कर दिया रात दिन मजदूरी कर कर अपने बेटे को एक अकैडमी में जॉइनिंग करवा दिया मार्शल आर्ट कराटे ऑल इंडिया वाडो काई कराटे डो एकेडमी इंडिया इंटरनेशनल मै जॉइनिंग करवा दिया था मैं मेहनत करीबन 5 साल लगातार मेहनत करके अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कराटे मार्शल आर्ट में ब्लैक बेल्ट की डिग्री हासिल की और में जाकर अपने डांस की कड़ी मेहनत कर कर प्रैक्टिस करते थे बिना मास्टर के अब मुझे डांस एकेडमी में जॉइनिंग होना पड़ेगा डांस के लिए तो उसने आनंद जिला छोड़कर जिमनास्टिक और डांस की ट्रेनिंग लेने गए हैदराबाद वहां से कड़ी मेहनत कर कर 1साल की डिग्री लेकर हैदराबाद से और अपने जिले को वह कर्तव्य दिखा दिया और कुछ नाम हुआ गुलाब के पिता का सर फ़कर से उठ गया अब मेरे बेटे को मुंबई लेकर जाऊंगा और कोई फिल्म में काम दिलाऊंगा आनंद छोड़कर पिता तम्मा भाई गुलाब को लेकर मुंबई गए वहां से एक डायरेक्टर के साथ मुलाकात हुई ₹15000 का चूना लगाया गुलाब के पिता तम्मा भाई को फंसा लिया डायरेक्टर ने फिर भी काम नहीं मिला मुंबई छोड़कर वापस अपने शहर आए आनंद कुछ दिनों के बाद गुलाब के पिता तम्मा भाई का देहांत हो गया गुलाब बिल्कुल अकेला और कमजोर पड़ गया अब मैं क्या करूंगा पिता के जाने के बाद हालात ऐसे थे आनंद रामनगर की स्कूल में पढ़ाई करने जाते थे मैत्री विद्यालय रामनगर हालात ऐसे थे आठवीं कक्षा तक पढ़ाई छोड़ना पड़ा घर में काफी परेशानियां बढ़ने लगी दो भाई थे दो बहने थी गुलाब की मां की सोनी बैन उनकी तबीयत भी दिन पे दिन बिगड़ती गई और मां के ऊपर काफी ध्यान रखता था अपनी मां को नहीं खोना चाहता हूं पिता को तो हाथ से खो दिया है लेकिन मां को नहीं खोना चाहता और वहां से डांस के कुछ परफॉर्मेंस कर कर और कराटे क्लासेस चला कर कुछ पैसा जमा कर कर अपना गुजारा चला थे गुलाब और कुछ दिनों के बाद हर जगह जगह हर स्टेट में गए गुलाब और फिल्म प्रोड्यूसर डायरेक्टर से अपने काम के लिए गुजारिश की लेकिन नाकाम रहा अपने शहर वापस आए और फिर अपनी ट्रेनिंग करना चालू कर दिया अपने पापा का शहर का नाम रोशन करुंगा हिम्मत नहीं हारे किस्मत ऐसी जगी सीरियल जय जय जग जननी दुर्गा मां जय बजरंगबली फिल्म में काम करने की शुरुआत सीरियल से हुई गुलाब रात दिन कम से कम 8 घंटा मेहनत और प्रैक्टिस लगातार कराटे मार्शल आर्ट जिमनास्टिक योगा बॉडी स्टंट ब्रेक डांस लाठी नानचाकू तलवार राइफल शूटिंग एवं फिल्मी एक्टिंग करते थे अपने फिल्म के काम के लिए लेकिन कभी थमने का नाम नहीं लेते थे सिर्फ काम करने की धगस से काम करने वाले गुलाब एक्शन एक्टर अपने पिता का नाम रोशन करने का सपना बहुत जल्द पूरा करूंगा