.वन्य जीवों का महत्व समझाने को चिड़ियाघर में एकत्र हुये बाल चित्रकार:वन्य जीव सप्ताह में प्राणि उद्यान में हुयी पोस्टर प्रतियोगिता.

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.वन्य जीवों का महत्व समझाने को चिड़ियाघर में एकत्र हुये बाल चित्रकार.

.वन्य जीव सप्ताह में प्राणि उद्यान में हुयी पोस्टर प्रतियोगिता.

.पोस्टर प्रतियोगिता के जजमेंट से नाखुश दिखे प्रतिभागी और उनके शिक्षक.

ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय

लखनऊ- वन्य जीव सप्ताह के अंर्तगत राजधानी के नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान में अनेक कार्यक्रमों व प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें शुक्रवार को प्राणि उद्यान में राजधानी के विभिन्न विद्यालयों के बाल चित्रकार एकत्र हुये। वन्य जीवों और उनके सरंक्षण का संदेश देते हुये उन्होने लोगों को जागरूक किया। इस अवसर पर आयोजित पोस्टर प्रतियोगिता के जूनियर व सीनियर वर्ग में करीब दो सौ से अधिक स्कूली बच्चों ने भाग लिया। वन्य जीवों के जबड़ेए पंजे और नाखून जो उनको एक कुशल शिकारी बनाते है विषय पर एक से बढ़कर पोस्टर बच्चों ने बनाये। पोस्टर प्रतियोगिता के विजेताओं को प्रमाण.पत्र ट्राफी प्रदान कर लखनऊ प्राणि उद्यान की निदेशक ने सम्मानित किया।

परिणामों से नाखुश दिखे प्रतिभागी व शिक्षक.

पोस्टर प्रतियोगिता के घोषित परिणामों से बहुत से प्रतिभागी बच्चे व उनके शिक्षक नाराज दिखे। उन्होने आरोप लगाया कि दिये गये विषय से हटकर बनाये गये चित्रों को चुना गया। एक विद्यार्थी ने कहा कि बच्चे घर से पेपर कटिंग लाकर उसे शीट पर चिपका दिया और रंगों से उसे थ्री.डी इफेक्ट दिया। कुछ ने कागज की पत्तियों को चिपका दिया जो पेटिंग न होकर कोलॉज बन गया। उसे भी पुरस्कार दे दिया। जबकि यह एक पेंटिग प्रतियोगिता थी। निर्णायकों ने प्रतियोगिता के नियमों का पालन ही नही किया अपनी मर्जी से नियमों को दर.किनार कर प्रतियोगिता का मजाक बना दिया। वही बहुत से विद्यालयों के शिक्षकों ने कहा कि आगे से वे अपने स्कूल से बच्चों को प्रतिभाग नहीं करवायेगें।

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