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अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा पर षड्यंत्र: . स्वामी भगवदाचार्य
ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय
लखनऊ। स्वामी भगवदाचार्य ने कहा कि बड़े खेद के साथ निवेदन करना पड़ता है कि श्रीरामचरितमानस के रचयिता गोस्वामी तुलसीदास की जन्मभूमि राजापुर सूकरखेत गोंडा तथा पुरातन पौराणिक जम्बूतीर्थ को परिक्रमा मार्ग से अलग कर दिया गया है। जबकि सदैव इन मार्गों से अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा होती रही है। यहां साधु संतों, भक्त जनों तथा तीर्थ यात्रियों का आवागमन हमेशा से रहा है और रात्रि में तुलसी जन्मभूमि राजापुर सूकरखेत गोंडा में पड़ाव भी होता रहा है। यहां सनातन धर्म परिषद एवं श्री तुलसी जन्मभूमि न्यास द्वारा विशाल भण्डारा का आयोजन भी होता था। परिक्रमा मार्ग में इन स्थानों का नाप भी किया गया था परन्तु एकाएक परिक्रमा मार्ग से हटा कर पुरातन मान्यताओं पर प्रहार किया गया है। जिससे जनमानस की भावनाएं आहत हुई हैं । अतः अविलंब दोनों स्थानों को परिक्रमा मार्ग में सम्मिलित करने का सुझाव दिया गया है। यहां महान्त श्री गया दास जी, महन्त श्री ओंकार दास जी तथा श्री सुरेन्द्र सिंह जी विहिप के नेतृत्व में अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा में यात्री गण प्रतिवर्ष पधारते हैं। डॉ. स्वामी भगवदाचार्य अन्तरराष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री को ज्ञापन देंगे।