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अयोध्या। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जिले में सभी चार पदों के 13715 प्रत्याशियों के भाग्य के फैसले के लिए चल रही 11 स्थानों पर मतगणना में देर रात तक जिले के 2710 बूथों में से लगभग एक हजार बूथों के मतों की गिनती ही हो पाई। वोटों की गिनती रविवार सुबह शुरू हो गई। यह लगातार चल रही है। इसके लिए मतगणना स्थलों पर कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए गए लेकिन देर शाम तक औसतन 35 फीसदी बूथों के वोटों की गिनती ही हो पाई है। मतगणना सोमवार को देर तक चलने के आसार हैं। अंतिम परिणाम आने में शाम भी हो सकती है। मतगणना स्थलों पर भीड़ को देख लगता नहीं है कि लोगों को वोटों की गिनती के आगे कोविड-19 के संक्रमण का खतरा भी हो सकता है।ज्यादातर मतगणना स्थलों पर रविवार को वोटों की गिनती देर से शुरू हुई। कहीं घंटे तो कहीं पर डेढ़ से दो घंटे का विलंब होना बताया गया है। इसके बाद बैलेट बाक्स खोले गए, फिर 50-50 के बंडल बनाए जाने का काम शुरू हुआ। बंडल बनाए जाने के बाद गिनती शुरू हुई। ऐसे में दोपहर एक बजे के आसपास मतगणना स्थलों पर पहले परिणाम प्राप्त हुए। यह परिणाम भी ब्लॉकों के ज्यादातर छोटी ग्राम पंचायतों के बताए गए हैं। जहां महज एक या दो बूथ ही है।
इसी तरह क्षेत्र पंचायत सदस्य पद के लिए पहला परिणाम भी लगभग दो बजे के आसपास सामने आया। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि मतगणना की रफ्तार खासी सुस्त है। इसके पीछे कारण चारों पदों के वोटों को पदवार व रंगवार छांटने के साथ ही गड्डी बनाने में लगने वाला समय है। सभी पदों के लिए डाले गए वोटों की संख्या 38 लाख से ज्यादा होने का अनुमान है। ऐसे में सभी वोटों की गिनती में खासा वक्त लगने की संभावना है। अंतिम परिणाम आने में सोमवार शाम भी हो सकती है।
मतगणना स्थलों पर व्यवस्था का आलम यह रहा है कि प्रशासन के दावे से इतर व्यवस्था के नाम पर कई स्थानों पर कहने के लिए भले ही कोविड हेल्प डेस्क स्थापित कर दी गई हो लेकिन शुरूआत में जांच नहीं हो पाई। एक स्थान डीएम के पहुंचने के बाद इस पर कार्रवाई शुरू हुई। स्वास्थ्यकर्मी का कहना था कि एंटीजन किट न होने के कारण जांच नहीं की जा सकी।इसके बाद में जांच शुरू की गई।
मतगणना स्थलों को देखने से लगता है कि जैसे कोविड का कोई खतरा नही हैं। मतगणना कक्ष से लेकर परिसर में हजार की संख्या में लोग दिखाई दे रहे थे। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी नहीं हो रहा था। कई स्थानों पर डीएम, सीडीओ के दौरे पर स्थिति ठीक न दिखने पर भीड़ हटाने का निर्देश देना पड़ा। पुलिस ने आसपास जमा लोगों को वहां से खदेड़ा, लेकिन मतगणना का रुझान जानने के लिए मतगणना परिसर से कुछ दूर पर लोगों की भीड़ रही।मतगणना स्थल पर मौजूद अफसरों का कहना है कि मतगणना की रफ्तार धीमी है। देर शाम तक लगभग 35 फीसदी बूथों के वोटों की गिनती हो पाई है। अफसर स्वीकार करते हैं कि आंकलन के मुताबिक निर्धारित समय तक मतगणना पूरा हो पाना आसान नहीं है। प्रशासन ने मतगणना के लिए 12-12 घंटे की दो शिफ्टों में कार्मिकों की ड्यूटी लगाई है। यदि सोमवार सुबह आठ बजे तक मतगणना का काम पूरा न हुआ तो इसे आगे बढ़ाना होगा।
इसी तरह क्षेत्र पंचायत सदस्य पद के लिए पहला परिणाम भी लगभग दो बजे के आसपास सामने आया। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि मतगणना की रफ्तार खासी सुस्त है। इसके पीछे कारण चारों पदों के वोटों को पदवार व रंगवार छांटने के साथ ही गड्डी बनाने में लगने वाला समय है। सभी पदों के लिए डाले गए वोटों की संख्या 38 लाख से ज्यादा होने का अनुमान है। ऐसे में सभी वोटों की गिनती में खासा वक्त लगने की संभावना है। अंतिम परिणाम आने में सोमवार शाम भी हो सकती है।
मतगणना स्थलों पर व्यवस्था का आलम यह रहा है कि प्रशासन के दावे से इतर व्यवस्था के नाम पर कई स्थानों पर कहने के लिए भले ही कोविड हेल्प डेस्क स्थापित कर दी गई हो लेकिन शुरूआत में जांच नहीं हो पाई। एक स्थान डीएम के पहुंचने के बाद इस पर कार्रवाई शुरू हुई। स्वास्थ्यकर्मी का कहना था कि एंटीजन किट न होने के कारण जांच नहीं की जा सकी।इसके बाद में जांच शुरू की गई।
मतगणना स्थलों को देखने से लगता है कि जैसे कोविड का कोई खतरा नही हैं। मतगणना कक्ष से लेकर परिसर में हजार की संख्या में लोग दिखाई दे रहे थे। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी नहीं हो रहा था। कई स्थानों पर डीएम, सीडीओ के दौरे पर स्थिति ठीक न दिखने पर भीड़ हटाने का निर्देश देना पड़ा। पुलिस ने आसपास जमा लोगों को वहां से खदेड़ा, लेकिन मतगणना का रुझान जानने के लिए मतगणना परिसर से कुछ दूर पर लोगों की भीड़ रही।मतगणना स्थल पर मौजूद अफसरों का कहना है कि मतगणना की रफ्तार धीमी है। देर शाम तक लगभग 35 फीसदी बूथों के वोटों की गिनती हो पाई है। अफसर स्वीकार करते हैं कि आंकलन के मुताबिक निर्धारित समय तक मतगणना पूरा हो पाना आसान नहीं है। प्रशासन ने मतगणना के लिए 12-12 घंटे की दो शिफ्टों में कार्मिकों की ड्यूटी लगाई है। यदि सोमवार सुबह आठ बजे तक मतगणना का काम पूरा न हुआ तो इसे आगे बढ़ाना होगा।