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अयोध्या (संवाददाता) सुरेंद्र कुमार गौतम। कोरोना महामारी के मुकाबला करते हुए रामनगरी को संवारने का कार्य भी प्रवाहमान है। कोरोना संकट के बीच भी नगरी को भविष्य के लिए निखारने का कार्य निरंतर चल रहा है। रामनगरी का आध्यात्मिक परिचय अब हाईवे से ही दिखने लगा है। लखनऊ से आने वालों को भगवान राम की बाल लीला का चित्रण देखने को मिल रहा है, तो गोरखपुर और अंबेडकरनगर से आने पर अश्वमेघ यज्ञ का प्रसंग लोगों का ध्यान खींच रहा है। नगर की सीमा सआदतगंज से लेकर रामनगरी तक 12 किलोमीटर तक का हाईवे मानो रामकथा कह रहा है। इस दूरी के बीच पड़ने वाले फ्लाईओर की दीवारों पर बीएचयू व महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के फाइन आर्ट के 24 छात्रों को साथ लेकर बनारस की संस्था आर्ट अटैक कलर्स ऑफ ज्वॉय रामायण के प्रसंगों को चित्रों में बयां कर रही है। टीम लीडर सिद्धांत श्रीवास्तव कहते हैं कि रामनगरी को संवारने में अर्जुन, संदीप, सौरभ, आदित्य, रजत, रविप्रकाश, प्रतीक, धीरेंद्र, आशीष राय आदि पूरी ऊर्जा से लगे हैं। दो अप्रैल से कार्य शुरू हुआ है। कड़ी धूप और कोरोना दोनों ही चुनौतियों से निपटते हुए टीम कार्य कर रही है। रामायण के अलग-अलग कांडों पर बन रहे भित्तिचित्रों में लंका कांड को शामिल नहीं किया गया है। छह फ्लाइओर व पांच अंडरपास पर यह कार्य किया जाना है। हाईवे के सुंदरीकरण का कार्य एनएचएआई करा रहा है। इसके क्रियान्वन में विकास प्राधिकरण अपनी जिम्मेदारी निभा रहा है। प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह व उप सचिव स्वर्णिम राज की निगरानी में कार्य चल रहा है। कोरोना कर्फ्यू शुरू होने से पूर्व रामनगरी के विकास को लेकर हुई बैठक में सांसद लल्लू सिंह की ओर से हाईवे के सुंदरीकरण का निर्देश दिया था।