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सीएमओ के निर्देश पर फर्जी क्लीनिक पर पड़ा छापा,एफआईआर हुई दर्ज
ब्यूरो चीफ आलोक कुमार श्रीवास्तव
सुल्तानपुर: नीम,हकीम खतर-ए-जांन वाली कहावत को चरितार्थ करने वाले फर्जी क्लीनिक/नर्सिंगहोम संचालक पर स्वास्थ्य विभाग की बड़ी कार्यवाई में बुरी तरह फंसा झोलाछाप डाक्टर,मौके पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बडी करते हुए उसके अस्पताल को सीज करते हुए मुकदमा भी पंजीकृत करवा दिया है,मामला जिले के अंतिम छोर अखंडनगर/भेलारा का है,जहां डां.अरूण कुमार क्लीनिक चला रहा था,बकायदा आप्रेशन से लेकर बडी से बड़ी बीमारियों से ग्रसित मरीजों को अपने अस्पताल में भर्ती करता था,आप्रेशन से लेकर सभी बीमारी का ईलाज करने से भी नही डरता था,शिकायतों के बाद मुख्य चिकित्साधिकारी डां.ओम प्रकाश चौधरी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सख्त कार्रवाई के लिए निर्देशित करते हुए उप मुख्य चिकित्साधिकारी डां.पीडी त्रिपाठी व वरिष्ठ सहायक विजय कुमार राय के नेतृत्व में टीम गठित की,टीम ने स्थानीय पुलिस के साथ डां.अरूण कुमार के अस्पताल पर छापा मारा तो मामला काफी चौकाने वाला निकला,अस्पताल में हार्निया आप्रेशन व अन्य मरीज मिले,स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अस्पताल संचालक से उसकी डिग्री मांगी जो उसके पास थी ही नही,मतलब साफ था की फर्जी आदमी डाक्टर बनकर आम लोगों की जिंदगी से कितना खौफनाक खेल, खेल रहा था,बहरहाल स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पुलिस की मौजूदगी में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक को उक्त अस्पताल संचालक के विरूद्ध मुकदमा पंजीकृत कराने के लिए निर्देशित करते हुए अस्पताल को सीज कर दिया,मुख्य चिकित्साधिकारी डां.ओम प्रकाश चौधरी ने बताया की जनपद में एक भी फर्जी नर्सिंगहोम या क्लीनिक नही चलेगी,इंसानों की जिंदगी से किसी को भी खेलने का हक़ नही है,चिकित्सक भरोसे का नाम है,बगैर डिग्री के लोग अगर इस पेशे में उतरें गें तो इंसानी जिंदगियों के लिए खतरे बढ़ जाएगें, इसलिए इसपर सख्ती के साथ कार्यवाई होगी।