इस पर्यावरण दिवस पांच विश्व रिकॉर्ड होल्डर उत्तम अग्रहरि ने अपने 60 साल की दादी शारदा देवी और पूरे परिवार के साथ पौधारोपण किया

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जौनपुर  : सरपतहां थाना क्षेत्र के असैथा पट्टी नौरंग के निवसी उत्तम अग्रहरि ने अपने 60 साल की दादी और परिवार के साथ अपने गांव में इस पर्यावरण दिवस 21 पौधे रोपित किये। पर्यावरण शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है, परि + आवरण! जिसमे परि का अर्थ है चरों ओर, और आवरण का अर्थ है घिरा हुआ अर्थात चारों ओर से घिरा हुआ! पर्यावरण के अंतर्गत पेड़-पौधे, जीव-जंतु, वृक्ष आदि आते हैं यानी जो कुछ भी हमारे आस-पास है चाहे वह सजीव हो या निर्जीव सभी हमारे पर्यावरण से जुड़े हुए हैं।
आज पृथ्वी पर जीवन संभव है इसका एकमात्र कारण पर्यावरण ही है अगर पर्यावरण हमारे अनुकूल नहीं होता तो शायद आज हम और आप नहीं होते। हम अपने दैनिक जीवन में जिन सभी चीजों के संपर्क में हैं वो सभी पर्यावरण में ही मौजूद हैं प्रकृति ने हमें एक शुद्ध एवं स्वच्छ पर्यावरण प्रदान किया है हमारा सदैव यही प्रयास रहना चाहिए की हम इसे हर हाल में स्वच्छ रखें। पर्यावरण का महत्व | इंपॉर्टेंस ऑफ इन्वायरमेंटA पर्यावरण का हमारे जीवन में बहुत महत्व है, पर्यावरण के द्वारा ही पृथ्वी पर जीवन संभव है यदि आज हम जीवित हैं तो उसमे बहूत बड़ा हाथ पर्यावरण का है एक अच्छा और स्वच्छ पर्यावरण हमें बेहतर जीवन जीने में मदद करता है।
आप जानते होंगे की जब हम सांस लेते हैं तो ऑक्सीजन ग्रहण करते हैं और जब हम सांस छोड़ते हैं तो उसके साथ कार्बन-डाई-ऑक्साइड छोड़ते हैं।
लेकिन क्या आपने कभी सोचा है जो हम ऑक्सीजन लेते हैं वो हमें कहाँ से मिलता है, ये ऑक्सीजन हमें पेड़-पौधों से मिलता है और ये सभी पेड़-पौधे हमारे पर्यावरण का हिस्सा हैं।
विश्व पर्यावरण दिवस 2021 की थीम ‘पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली (Ecosystem Restoration)’ है. जंगलों को नया जीवन देकर, पेड़-पौधे लगाकर, बारिश के पानी को संरक्षित करके और तालाबों के निर्माण करने से हम पारिस्थितिकी तंत्र को फिर से रिस्टोर कर सकते हैं.
वैसे उत्तम अग्रहरि योग में पांच विश्व रिकॉर्ड बनाकर अपने गांव जनपद ,नहीं अपितु पूरे प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं
उत्तम अग्रहरि एक गरीब परिवार में जन्मे थे बचपन में ही पिता का साया उत्तम के सिर से उठ गया ।
उत्तम का बचपन संघर्ष शील रहा जिस गालियों में लोग उन्हें बाते बोलते थे आज वहीं लोग उन को सम्मान के रूप मे अपने घर बुलाकर अपने बच्चों को इन के जैसे बनाने की प्रेरणा देते हैं और छोटे और बडे बच्चे इन के साथ सेल्फी लेकर अपने आप को खुश पाते हैं
जहाँ उत्तम के द्वारा योग क्रिया का ज्ञान ऑनलाइन और ऑनलाइन के माध्यम से कोविड गाइडलाइंस का पालन करके इम्यून सिस्टम को मजबूत किया जा रहा है
कोरोना काल ने लोगों को ऑक्सीजन का महत्व बखूबी समझा दिया है। इसी के मद्देनजर उत्तम अग्रहरि , चंद्रकला देवी , पार्वती देवी ,सावत्री देवी , प्रीयल , रौनक , सौरभ , खुशी और शक्ति अग्रहरि ,शारदा देवी इन की दादी ने पौधे रोपित किए । जिनमें नीम, पीपल, जामुन, आम, पाकढ के पौधे लगाये गये ।
उत्तम अग्रहरि द्वारा सामाजिक कार्य मेंं इन के द्वारा गांव के विकास के लिये बिजली खंभों पर लाइट की व्यवस्था की थी ।समय पर सड़क के किनारों पर पौधा रोपण , बच्चों के प्रोत्साहन के लिये ,शिक्षा , खेल , साहित्य में अच्छे कार्य वालों को प्रमाण पत्र और मेडल देकर सम्मानित किया जाता है गरीब के बच्चों को कपडा और आर्थिक सहायता भी इन के द्वारा कराया जाताहै ।
इस योग दिवस उत्तम अग्रहरि द्वारा नव विश्व रिकॉर्ड बनाया जायेगा जो अयोध्या की संस्थान दिव्य योग के देखरेख मे 21 जून को आयोजित होगी।

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