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अयोध्या(संवाददाता) सुरेंद्र कुमार गौतम। अयोध्या राम नगरी में आने वाली व्यवस्थाओं को लेकर अयोध्या और उससे जुड़ने वाली इंटरनेशनल स्तर की सड़कें, म्यूजियम, यात्री सुविधाओं के लिए केंद्र बनाये जाएंगे। जिसको लेकर आवास विकास परिषद के मुख्य सचिव दीपक कुमार और हाउसिंग बोर्ड कर आयुक्त अजय चौहान व आवास विकास परिषद के सचिव विशाल सिंह ने अयोध्या का निरीक्षण किया। रामनगरी में आने वाले व्यवस्थाओं को लेकर एल एंड टी और कुकरेजा द्वारा एक विजन डक्यूमेंट तैयार कर रहे हैं, जिसमें सड़क से लेकर सरयू नदी रिवरफ्रंट के विकास पर 10 बड़ी योजनाओं को शामिल किया जाना है। जिसकी तैयारी के लिए अयोध्या पहुंचे आवास विकास परिषद के मुख्य सचिव व अन्य अधिकारियों ने नव्य अयोध्या के लिए शहवाजपुर में गांव में भूमि अधिग्रहण के लिए ग्रामीणों के साथ बैठक किया। उसके बाद नवनिर्मित बस स्टेशन, पार्किंग स्थल, श्मशान घाट के साथ यात्रियों की सुविधा केंद्र के लिए गोंडा क्षेत्र के दुर्गागंज माझा का भी निरीक्षण किया साथ ही अयोध्या में आये मुख्य मार्ग को स्मार्ट सड़क के रूम परिवर्तित करने और मुख्य प्रवेश गेट बनाये की योजना है। वहीं सरयू नदी पर रिवरफ्रंट में घाटों पर सुविधाओं को बढ़ाये जाने के लिए नाव के माध्यम से नयाघाट से गुप्तारघाट तक सर्वे किया। जिसके बाद इन सभी योजनाओं को लेकर स्थानीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक किया। जिससे योजना को मूर्तरूप दिया जा सकेउप्र आवास विकास के मुख्य सचिव दीपक कुमार ने बताया कि अयोध्या में एक स्मार्ट सड़क लेने के लिए देखा गया है। दूसरा पर्यटन विभाग की योजना में इंटरनेशनल और वर्चुवल म्यूजियम व यात्री सुविधा केंद्र बनाए जाने की योजना है। इसके साथ उन स्थानों पर प्राइवेट लोगों के रहने बिक्री के समान इन के साथ दूसरे स्टेट व इंटरनेशनल एजेंसी अपना दुकान व सुविधा दें सके, उसके लिए व्यवस्था बनेगा। वहीं सरयू नदी पर रिवरफ्रंट के घाटों के साथ किस प्रकार का विकास किया जा सकता है। बताया कि अयोध्या प्रवेश मार्ग पर गेट बनाये जाने की भी योजना है। साथ ही नव्य अयोध्या बनाये जाने के लिए शाहनवाजपुर में भूमि का स्थलीय जायजा लिया गया कि भूमि अधिग्रहण में किस प्रकार की दिक्कतें आ रही है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा अनुरूप अयोध्या में योजना अलग-अलग विभाग द्वारा चल रही है। लेकिन किसी भी कार्य को मूर्तरूप देने के लिए समय चाहिए। योजना को जमीन पर उतारने के पहले डिजाइन बनाने के साथ अन्य कार्य किये जाने के लिए समय लगता है। इन सभी कार्य को लेकर मुख्यमंत्री के निर्देश पर सभी योजनाओं को एक प्लेटफार्म पर लाने के लिए विजन डाक्यूमेंट बनाया गया है। बताया कि अयोध्या में इंटरनेशनल लेवल का कंसल्टेशन हो सके, इसके लिए कंसल्टेंट आये हुए हैं। वो इस पर एक डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बना रहे हैं और एक फिजीलिटी रिपोर्ट तैयार की है कि यहां पर किस प्रकार सम्भावनाएं है जिस पर पहल किया जाना सकें।