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परिवार चिकित्सा को एक विशेषता के रूप में सरकार द्वारा मान्यता दी जानी चाहिए
AAPI प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा और NITI आयोग के अधिकारियों से की अपील
ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय
लखनऊ।अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ फिजिशियन्स ऑफ इंडियन ओरिजिन (AAPI) ने भारत के केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे.पी. नड्डा और NITI आयोग के अधिकारियों से परिवार चिकित्सा को भारत में एक आधिकारिक चिकित्सा विशेषता के रूप में मान्यता देने का औपचारिक अनुरोध किया है। प्रतिनिधिमंडल ने समुदाय स्तर पर व्यापक चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने और रोगों की रोकथाम में इस विशेषता के महत्व पर जोर दिया।
AAPI के अध्यक्ष डॉ. सतीश कट्टुला ने बताया कि दिल्ली स्थित AIIMS में आयोजित तीन दिवसीय 18वें ग्लोबल हेल्थ समिट के दौरान विशेषज्ञों द्वारा प्रस्तुत कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की गई। सोमवार को प्रतिनिधिमंडल ने सरकारी अधिकारियों के साथ बैठक कर भारत में कैंसर और दिल के दौरे के मामलों में हो रही खतरनाक वृद्धि को देखते हुए सरकार से रोकथाम संबंधी उपायों को प्राथमिकता देने की आवश्यकता पर जोर दिया।
इसके अलावा, प्रतिनिधिमंडल ने भारत में डॉक्टरों पर हो रहे हमलों को रोकने के लिए कदम उठाने और जनता के लिए कैंसर स्क्रीनिंग, उपचार और उपशामक देखभाल को अधिक सुलभ बनाने का अनुरोध किया।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा और NITI आयोग के अधिकारियों के साथ बैठक में AAPI अध्यक्ष डॉ. सतीश कट्टुला, अध्यक्ष-निर्वाचित डॉ. अमित चक्रवर्ती, BOT चेयर डॉ. सुनील खाजा, क्षेत्रीय निदेशक डॉ. वासु सिंह, और वैश्विक चिकित्सा शिक्षा अध्यक्ष डॉ. लोकेश सहित प्रमुख प्रतिनिधि शामिल थे।
डॉ. कट्टुला ने यह भी बताया कि ग्लोबल एसोसिएशन ऑफ इंडियन मेडिकल स्टूडेंट्स, AIIMS, और AAPI द्वारा आयोजित कार्यशालाओं में छात्रों को आधुनिक चिकित्सा तकनीकों का व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया। इसके अलावा, पहली बार ग्लोबल हेल्थ समिट में तीन व्यक्तियों को AAPI फैलोशिप अवार्ड से सम्मानित किया गया।