Getting your Trinity Audio player ready...
|
माध्यमिक स्कूलों के प्रधानाचार्यों के लिए विशेष प्रशिक्षण देगी सीमैट:डॉ0दिनेश कुमार
ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय
लखनऊ। राजकीय व ऐडेड माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्य, प्रधानाध्यापक, प्रवक्ता,व सहायक अध्यापकों के लिए इनसर्विस कोर्स प्रारम्भ
राज्य शैक्षिक प्रबन्धन एवं प्रशिक्षण संस्थान (सीमैट)उत्तर प्रदेश प्रयागराज द्वारा राज्य के समस्त माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्यों/प्रधानाध्यापकों/प्रवक्ताओं/सहायक अध्यापकों को विद्यालय प्रबन्धन में उत्कृष्टता विकसित करने के उद्देश्य दे 6 माह का विशेष प्रशिक्षण का अवसर देने जा रही है।
कोर्स का नाम है *डिप्लोमा इन एजूकेशनल मैनेजमेंट –
संयुक्त शिक्षा निदेशक लखनऊ मण्डल कार्यालय के मण्डलीय विज्ञान प्रगति अधिकारी डॉ0दिनेश कुमार ने बताया कि-
कोर्स की अवधि 1 मई 2025 से 31 अक्टूबर 2025 तय किया गया है।
तीन चरणों में पूर्ण किया जाएगा ये डिप्लोमा कोर्स-
प्रथम चरण 1 मई 2025 से 31 जुलाई 2025 (3 माह) का होगा,जिसमें प्रशिक्षणार्थी को सघन सैद्धांतिक कार्य कराए जाएंगे,जो सीमैट में रेगुलर क्लास करते हुए पूर्ण करना होगा।
सीमैट में 3 माह रहकर प्रशिक्षण पूर्ण करने वालों को ड्यूटी पर माना जायेगा,जिसके लिए वो संस्थान में निर्धारित शुल्क जमा कर के हॉस्टल सुविधा भी ले सकते हैं अथवा संस्थान के बाहर रहकर भी ट्रेनिंग लेने की अनुमति होगी।
द्वितीय चरण के तीन महीने प्रशिक्षणार्थी को उसके कार्यक्षेत्र में संस्थान के पर्यवेक्षण में प्रोजेक्ट कार्य करने होंगे (1 अगस्त 2025 से 31 अक्टूबर 2025)
त्रितीय चरण 5 दिनों का होगा जिसमें प्रशिक्षणार्थी को संस्थान के कार्यशाला में अपने प्रोजेक्ट का प्रस्तुतिकरण ,विचार विमर्श व अपेक्षित संसोधन करना होगा,जिसकी तिथि बाद में बताई जाएगी।
डिप्लोमा प्रक्षिक्षण में किसी भी अशासकीय सहायता प्राप्त गैर सरकारी माध्यमिक विद्यालय व राजकीय विद्यालय के प्रधानाचार्य/प्रधानाध्यापक/प्रवक्ता/सहायक अध्यापक हो सकते हैं।
इनको संस्थान द्वारा प्रदान किये जाने वाले आवेदन पत्र को अपने स्कूल प्रबन्धन व सम्बन्धित जनपद के जिला विद्यालय निरीक्षक की संस्तुति तथा अनुभव आदि प्रमाणित कराते हुए इस तरह से पूर्ण करना है कि सीमैट प्रयागराज में प्रत्येक दशा में 15 फरवरी 2025 तक पहुंच जाए।
डिप्लोमा कोर्स के मुख्य उद्देश्य – माध्यमिक स्कूलों में कार्यरत प्रधानाचार्यों में शैक्षिक प्रशासन और प्रबन्धन के क्षेत्र में कार्यकुशलता व दक्षता विकसित करना है।
प्रधानाचार्यों को उनके कार्य क्षेत्र में नवीन जानकारियों, नवाचारों,व चुनौतियों से अवगत कराना है।
प्रधानाचार्यों में अपने व्यवसाय (Profession) के प्रति सकारात्मक अभिवृत्ति (Attitude) उत्पन्न करना। पदोन्नति द्वारा प्रधानाचार्य बनने से पूर्व ही प्रवक्ताओं,सहायक अध्यापकों में दक्ष प्रधानाचार्य के गुण का विकास करना।
सीमैट प्रयागराज के निदेशक संजय यादव द्वारा प्रदेश के समस्त जिला विद्यालय निरीक्षकों व संयुक्त शिक्षा निदेशकों को इस कोर्स को अधिक से अधिक प्रचार प्रसार करने के निर्देश जारी किए हैं।
प्रशिक्षण हेतु प्रवेश लेने वालों से उक्त डिप्लोमा कोर्स के लिए रुपये 5 हज़ार शुल्क भी लिया जाएगा।
डॉ0 दिनेश कुमार ने बताया कि जे डी डॉ0प्रदीप कुमार सिंह द्वारा भी लखनऊ मण्डल के सभी 6 जिला विद्यालय निरीक्षकों (लखनऊ,सीतापुर,उन्नाव, रायबरेली, लखीमपुरखीरी,हरदोई) को इस डिप्लोमा प्रशिक्षण कोर्स का अधिक से अधिक प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिए है।
डॉ0दिनेश कुमार ने बताया प्रशिक्षण हेतु आवेदन पत्र सहित विस्तृत जानकारी संस्थान की वेबसाइट siematup.org पर उपलब्ध है,
तथा भरे हुए आवेदन पत्र siematdem@gmail.com पर ईमेल के माध्यम से अथवा डाक से 15 फरवरी 2025 तक भेजा जा सकता है।डॉ0दिनेश कुमार,मण्डलीय विज्ञान प्रगति अधिकारी लखनऊ मण्डल ने कहा कि
सरकार द्वारा प्रारम्भ किये गए ऐसे इनसर्विस कोर्स से माध्यमिक विद्यालयों में शैक्षिक वातावरण और बेहतर होगा, साथ ही बदलते परिवेश में प्रधानाचार्य व शिक्षण स्टाफ़ स्वयं को अपडेट करने के अवसर प्राप्त करेंगे।