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पुलिस महानिदेशक उ०प्र० द्वारा महाकुम्भ, आपरेशन त्रिनेत्र आदि के सम्बन्ध में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग
ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय
लखनऊ।प्रशान्त कुमार, पुलिस महानिदेशक, उत्तर प्रदेश द्वारा आज दिनांक 27.12.2024 को समस्त जोनल अपर पुलिस महानिदेशक/पुलिस आयुक्त, परिक्षेत्रीय, पुलिस महानिरीक्षक/पुलिस उपमहानिरीक्षक उ०प्र० के साथ वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से महाकुम्भ-2025, आपरेशन त्रिनेत्र आदि के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक की गयी।
पुलिस महानिदेशक उ०प्र० द्वारा वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान मुख्यतः निम्नांकित बिन्दुओं पर कार्यवाही के निर्देश दिये गये :-
• महाकुम्भ मेला 2025 में सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिगत श्रद्धालुओ के आवागमन, रेल, सड़क, जल तथा वायुमार्ग के प्रवास स्थालो तथा प्रदेश की सीमाओं पर प्रभावी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। महाकुम्भ मेला के दौरान अन्तर्राष्ट्रीय बार्डर पर सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाये तथा एस०एस०बी० के साथ समन्वय स्थापित कर कार्य योजना बनाकर वैरियर लगाकर आने जाने वाले व्यक्तियों की 24 x7 सघन चेकिंग करायी जाये। जनपद प्रयागराज व सीमावर्ती जनपदो के सभी चेक पोस्टो पर मेला अवधि के दौरान बैरियर आदि लगाकर लगातार सघन चेकिंग व्यवस्था सुनिश्चित की जाये।
• प्रदेश के समस्त जोन / रेंज/जनपद / ईकाई प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि महाकुम्भ मेला डियूटी में नामित किये गये जो अधिकारी/कर्मचारी अभी तक मेला डियूटी के लिए रवाना नही हुए है, इस पर पुलिस महानिदेशक उ०प्र० द्वारा अप्रसन्नता व्यक्त की गयी तथा निर्देशित किया गया कि नामित अधिकारियों / कर्मचारियों को अतिशीघ्र मेला डियूटी हेतु रवाना कर दिया जाये।
• महाकुम्भ मेला का अवधि में प्रयागराज तथा सीमावर्ती जनपदो के होटल, ढाबा, सराय, रेस्टोरेंट, रेलवे स्टेशन, बस अड्डा, तथा भीड़-भाड़ वाले स्थलों की निरन्तर स्निफर डॉग एवं बम डिस्पोजल स्कवाड द्वारा 24×7 सघन चेंकिग करायी जाये तथा प्रयागराज व उससे सटे जनपदो के वेंडरो का वेरिफिकेशन आवश्य कराया जाये।
• महाकुम्भ मेला के दृष्टिगत यातायात प्रबन्ध हेतु सम्बन्धित विभागो से समन्वय स्थापित करते हुए प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।
• महाकुम्भ के दृष्टिगत रेलवे ट्रैक की सुरक्षा हेतु समस्त कमिश्नरेट / जनपद स्तर पर ब्लैक स्पॉट चिन्हित कर प्राथमिकता के आधार पर सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाय तथा राजकीय रेलवे पुलिस एवं रेलवे सुरक्षा बल द्वारा और अधिक समन्वय बनाये रखते हुये रेलवे ट्रैक की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाये।
• प्रदेश में पुलिस से सम्बन्धित जो भी निर्माण कार्य चल रहे है उनके निर्माण की गुणवत्ता चेक करते रहे तथा निर्धारित अवधि में कार्य पूर्ण कर लिये जाये। प्रवेक्षण का स्तर बढ़ाया जाये एवं गुणवत्ता में सुधार लाया जाये साथ ही समय-समय पर वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा स्थलीय निरीक्षण किये जाने हेतु कड़े निर्देश दिये गये।
• आपरेशन त्रिनेत्र अभियान के अन्तर्गत सीसीटीवी कैमरो के अधिष्ठापन की कार्यवाही अपेक्षानुसार पूर्ण न किये जाने पर पुलिस महानिदेशक उ०प्र० द्वारा अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए मुख्य चौराहो आदि पर शीघ्र अधिक से अधिक सीसीटीवी कैमरो के अधिष्ठापन हेतु निर्देश दिये गये।
• आपरेशन त्रिनेत्र के अभियान के अन्तर्गत अधिष्ठापित / व्यवस्थापित अधिक से अधिक सीसीटीवी कैमरों को कण्ट्रोल रूम से लिंक करवाये जाने की कार्यवाही की जाये तथा जनप्रतिनिधियों, सम्भ्रान्त व्यक्तियों एवं स्थानीय लोगो को सीसीटीवी कैमरे लगवाये जाने व उनके पुलिस कण्ट्रोल रूम से लिंक कराये जाने से होने वाले लाभ के सम्बन्ध में अवगत कराते हुए उनका बहुमुल्य सहयोग प्राप्त किया जाये।
• अपराध नियन्त्रण एवं घटनाओं के अनावरण में सीसीटीवी कैमरो की उपयोगिता के दृष्टिगत स्थानीय संभ्रान्त एवं सक्षम व्यक्तियों, जनप्रतिनिधियों, व्यापारी वर्ग आदि से सम्पर्क कर सीसीटीवी कैमरे लगाये जाने से सम्बन्धित अभियान में उनकी सहभागिता हेतु अपेक्षित सहयोग प्राप्त किया जाये।
• आपरेशन त्रिनेत्र अभियान के अन्तर्गत प्रभावी कार्यवाही हेतु सभी को भली-भाति ब्रीफ करते हुए सीसीटीवी कैमरों के व्यवस्थापन हेतु प्रत्येक बीट कान्सटेबिल का योगदान लिया जाये।
• गोवध/गो-तस्करी की रोकथाम हेतु कार्य योजना बनाकर प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जाये तथा उक्त घटना में संलिप्त अपराधियों के विरूद्ध निरोधात्मक कार्यवाही की जाये।
• गोवध/गो-तस्करी के प्रकरणो में मास्टर माइंड, अर्गानाइज्ड टीम के बारे में जानकारी प्राप्त कर मुख्य व्यक्तियों तक पहुँच कर उनके विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाये।
• समस्त कमिश्नरेट/ जनपद द्वारा फेक न्यूज के खण्डन, साइबर अपराध के प्रति जागरूकत्ता एवं पुलिस के सराहनीय कार्यों को सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेट फार्मों पर व्यापक रूप से प्रसारित किये जाने हेतु युवा पीड़ी के सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स एवं कॉलेज / विश्वविद्यालय के छात्रो को अधिक से अधिक डिजिटल वॉरियर बनाकर सम्बन्धित कॉलेजो/ स्कूलों अथवा पुलिस लाइन्स में कार्यशालाएं आयोजित कर प्रशिक्षित कराया जाये।