अयोध्या के चतुर्मुखी विकास से व्यापारी गढ़ में बड़ी चिंता

Getting your Trinity Audio player ready...
अयोध्या(संवाददाता) सुरेंद्र कुमार। श्री रामलला सरकार अयोध्याधाम,श्री राम की पावन नगरी धर्म स्थली अयोध्या जी में बरसों के इंतजार के पश्चात भगवान श्री राम का भव्य मंदिर बन रहा है एवं अयोध्या के चतुर्मुखी विकास के लिए शासन प्रशासन द्वारा आए दिन योजना बनाते हुए उसका क्रियान्वयन कराया जा रहा है लेकिन अयोध्या शहर में प्रस्तावित फोरलेन या टूलेन के निर्माण से जहां एक तरफ मठ मंदिरों के मुख्य द्वार टूटने से उसकी पौराणिकता नष्ट हो रही है।वहीं दूसरी ओर शहर की  प्राचीनता नष्ट होने से अयोध्या धाम विश्व धरोहर की सूची से बाहर होने की स्थिति में आ रहा है वह साथ ही व्यापारीगण जो पीढ़ियों से दुकान/ व्यवसाय कर अपने परिवार का गुजर बसर कर रहे हैं उक्त विकास से व्यापारी/ किराएदार के उजड़ने का खतरा बनता चला जा रहा है।समाचार पत्रों में आए दिन प्रशासन द्वारा टेंडर जारी करने व प्रस्तावित कार्य योजना के विषय में प्रकाशन होने से व्यापारियों में भय व्याप्त हो गया है जिससे कुछ व्यापारी गण की चिंता से बीमारी ग्रस्त होते जा रहे हैं समय-समय व्यापारी गण द्वारा शासन के समक्ष अपनी मांगों को उठाते हुए संबंध में बैठक बुलाए जाने की मांग भी की रही है, लेकिन आज तक कोई कार्यवाही ना होने की स्थिति में व्यापारी गण के समक्ष मांगों को लेकर उपस्थित हुए हैं। 1- यह कि अयोध्या शहर में प्रस्तावित फोरलेन/टू लेन/ सड़क चौड़ीकरण के बावत ली जा रही जमीनों/दुकानों/घरों आदि को भूमिअर्जन/पुनर्वासन और पुर्नव्यवस्थापन में उचित प्रतिकर और “पारदर्शिता का अधिकार अधिनियम 2013″के तहत अधिग्रहण किया जाए। 2- यह की दुकान के बदले दुकान और यदि जगह हो तो दुकान के पीछे ही अतिरिक्त जमीन लेकर उसमें समायोजित किया जाए। 3-सौ फुट चौड़ा जन्मभूमि से सुग्रीव किला होते हुए बिरला धर्मशाला मंदिर के सामने नया दर्शन मार्ग बन रहा है उसके दोनों पटरियों पर दुकानें बनवा कर विस्थापित दुकानदार को प्राथमिकता के आधार पर समायोजित किया जाए। 4-यह कि शासन/प्रशासन जो भी योजना हो प्रभावित लोगों के साथ सीधी बैठक कर उनको मामले की संपूर्ण जानकारी देते हुए सहमति के आधार पर ही मामले का निस्तारण किया जाए।ना की कुछ चंद लोगो के साथ। 5-यह कि जितने भी दुकानदार पूर्ण व आंशिक रूप से प्रभावित हो रहे हैं उन्हें कम से कम 1 माह की पूर्व लिखित सूचना देकर ही विस्थापित किया जाए। 6- यह कि पूर्ण अथवा आंशिक रूप से प्रभावित (विस्थापन के बावत) सभी दुकानदारों/घरों आदि की लिस्ट जारी की जाए, वा सहमति हेतु गलत तरीके से दबाव ना बनाया जाए वा विस्थापितों को नए भूमि अधिग्रहण कानून 2013 के तहत मुआवजा इत्यादि प्रदान किया जाए। अत:श्री मान् जी से निवेदन है कि हम व्यापारीगणो कें हितो की रक्षा हेतु सम्पूर्ण मांगो को ध्यान में रखकर विकास की योजनाओ का खाका बनवाया जाय।जिससे हम व्यापारी उजड़ने ना पाये और हम लोगो की रोजी रोटी बची रहे। ज्ञापन देने वालो मेंनंद कुमार गुप्ता विजय साहू शैलेंद्र मोदनवाल विक्की मोदनवाल सोनू गुप्ता विकास गुप्ता अवधेश मोदनवाल राम श्रीवास्तव  राम जी विष्णु कुमार  श्याम जी श्रीवास्तव अवध बिहारी मुकेश, मोदनवाल अवधेश मोदनवाल शिवम मोदनवालसुनील कुमार तिवारी धीरज तिवारी अवध किशोर यादव राकेश कुमार संतोष मोदनवाल महेश यादव आदि शामिल रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *