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नमो राघवाय 🙏
ध्रुव सगलानि जपेउ हरि नाऊँ ।
पायउ अचल अनूपम ठाऊँ ।।
सुमिरि पवनसुत पावन नामू।
अपने बस करि राखे रामू ।।
( बालकांड 25/3)
राम राम 🙏🙏
मानस जी के आरंभ में सबकी वंदना करने के बाद तुलसी जी नाम भगवान की वंदना करते हैं । वे कहते हैं कि ध्रुव ने दुखी होकर भगवान के नाम को जपा और अचल अनुपम स्थान पाया । श्री हनुमान जी ने तो पावन श्री राम नाम स्मरण करके श्री राम जी को अपने वश में कर रखा है ।
नाम भगवान की ऐसी महिमा है कि नाम स्मरण कर आप वह प्राप्त कर सकते हैं जो अचल अनुपम है । भगवान के पावन नाम का स्मरण कर आप भगवान के वश में व भगवान आपके वश हो सकते हैं । अतएव! श्रीराम नाम का खूब भजन करिए….. सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम ।
🚩🚩🚩 संकलन तरूण जी लखनऊ