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अयोध्या (संवाददाता) सुरेंद्र कुमार।राम नगरी अयोध्या में बुधवार से सावन झूला मेला प्रारम्भ हो गया। यह मेला रक्षा बन्धन पर्व तक जारी रहेगा। हालांकि इस बार कोरोना के कारण इस आयोजन को सीमित कर दिया गया है।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने बताया कि आज श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि से अयोध्या में झूला मेला प्रारम्भ हुआ। इस मेला उत्सव में अयोध्या के मन्दिरों में भगवान को झूला पर रक्षा बन्धन पर्व तक झुलाया जायेगा। साथ में गीत भी सुनाये जाएँगे।
चंपत राय ने बताया कि रामलला के लिये 21 किलो चांदी का भव्य झूला बनवाया गया है। इस झूले को आज प्रभु को समर्पित कर दिया गया। पंचमी तिथि से सावन झूला उत्सव का प्रारंभ हो रहा है जहां अयोध्या के सभी मठ मंदिर में भगवान को विशेष झूले पर भगवान के झूला झूलने की परंपरा है तो वही वर्षों से पूर्व टेंट में विराजमान रहे भगवान श्री रामलला को लकड़ी के झूले पर झूला झुलाए जाने अनुमति मिली थी लेकिन इस बार भगवान के भव्य मंदिर निर्माण शुरू हो चुका है। इसलिए अब सभी उत्सव को भव्यता के साथ मनाए जाने की तैयारी है। इसलिए इस बार राम मंदिर ट्रस्ट ने भगवान श्री रामलला के लिए चांदी का पलना तैयार हुआ है। जिसे श्रावण शुक्ल पक्ष पंचमी से झूले पर विराजमान कराया जाने के साथ उत्सव प्रारम्भ हैं और पूर्णिमा 22 अगस्त को समाप्त होगा। पंचमी को झूले पर श्री राम लला विराजमान होंगे।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉक्टर अनिल मिश्रा ने कहा कि राम जन्मभूमि में भी श्री रामलला का झूलनोत्सव मनाया जाएगा जिसके लिए चांदी का झूला लाया गया हैं जिस पर पंचमी तिथि को श्री रामलला अपने भाइयों के साथ विराजमान होंगे। और विधि विधान से पूजन अर्चन के साथ उत्सव को मनाया जाएगा।