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अयोध्या।(डा.अजय तिवारी जिला संवाददाता अयोध्या ) का०सु० साकेत महाविद्यालय में चल रहे ‘युवा महोत्सव 2022’ के तीसरे और अन्तिम दिन सांस्कृतिक समारोह का भव्य आयोजन हुआ। इस समारोह के मुख्य अतिथि फैज़ाबाद के सांसद लल्लू सिंह जी थे। महाविद्यालय प्रबन्धतन्त्र के अध्यक्ष दीपकृष्ण वर्मा, मन्त्री आनन्द सिंहल और प्राचार्य प्रो० अभय कुमार सिंह की उपस्थिति में माँ सरस्वती की प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्वलन और सरस्वती वन्दना से कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ।इस मौके पर साकेत महाविद्यालय गीत के पश्चात मुख्य अतिथि सांसद लल्लू सिंह और विशिष्ट अतिथियों, कुँवर सिंह पीजी कॉलेज बलिया के प्राचार्य प्रो० अंजनी सिंह, बीएनकेबी पीजी कॉलेज अकबरपुर की प्राचार्य प्रो० शुचिता पाण्डेय, शिव हर्ष किसान स्नातकोत्तर महाविद्यालय बस्ती की प्राचार्य प्रो० रीना पाठक का स्वागत और परिचय कराते हुए प्राचार्य प्रो० सिंह ने कहा कि लल्लू सिंह अयोध्या-फैजाबाद में विकास कार्यों के पर्याय हैं। लल्लू सिंह जी की पहल से ही अयोध्या में राम मन्दिर निर्णय से पूर्व कई विकास कार्य शुरू हो गए थे। प्रो० अंजनी सिंह, प्रो० शुचिता पाण्डेय और प्रो० रीना पाठक का प्राचार्य चयनित होना महाविद्यालय की शैक्षणिक उत्कृष्टता को दर्शाता है।देश को स्वतन्त्रता प्राप्ति के 75 वर्ष पूर्ण होने पर पूरे देश में 75 सप्ताह तक चलने वाले ‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’ के परिप्रेक्ष्य में महाविद्यालय के इस वर्ष के युवा महोत्सव का विषय भी ‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’ ही था।इस कार्यक्रम की शुरुआत में लता मंगेशकर को उनके गीत ‘ए मेरे वतन के लोगों…’ द्वारा छात्र विभोर शुक्ला और सुनील कुमार ने अपने बेहतरीन गायन से श्रद्धान्जलि दी। सांस्कृतिक परिषद की अध्यक्ष डॉ० कुमुद सिंह और संगीत विभाग की अध्यक्ष डॉ० सुरभि पाल के निर्देशन में इस गीत के गायन के साथ-साथ छात्र रितिक प्रजापति ने दर्शकों के सामने लता जी का चित्र कुछ ही पलों में कैनवास पर उकेर दिया। छात्रों की इस प्रस्तुति ने सभी का मन मोह लिया। इसके बाद कव्वाली ‘लहराए आसमान में भारत का तिरंगा’ ने एक बार फिर दर्शकों का दिल जीत लिया। फ़िर भारत के अलग-अलग राज्यों के नृत्य पर आधारित कार्यक्रम ‘विविधता में एकता’, आतंकवाद की विभिषिका और देश की अक्षुण्णता पर आधारित कार्यक्रम ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’, लघु नाटिका ‘आजादी के पहले और आजादी के बाद का भारत’ और ‘आजादी के मतवाले’ कार्यक्रमों में छात्रों द्वारा मोहक प्रस्तुति दी गई। आख़िरी सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘आजादी के रंग-फागुन की उमंग’ में स्वतन्त्रता क्रांतिकारियों की होली को बेहद भावपूर्ण अंदाज में प्रस्तुत किया गया जिससे दर्शक दीर्घा में मौजूद सभी दर्शक देशभक्ति के रंग में सरोबार हो गए। वही मुख्य अतिथि के रुप में आये लल्लू सिंह ने अपने उद्बोधन में महाविद्यालय में बिताए गए स्वयं के दिनों को याद करते हुए गुरु-शिष्य परम्परा को बनाए रखने पर जोर देते हुए कहा कि महाविद्यालय के पुरा छात्र और क्षेत्र का सांसद होने के नाते वह महाविद्यालय की आधारभूत संरचना और पठन-पाठन के उन्नयन के लिए कृतसंकल्पित हैं। महाविद्यालय प्रबन्ध समिति के मन्त्री आनन्द सिंहल ने कहा कि प्राचार्य ही महाविद्यालय की सभी गतिविधियों का धुरी होता है, शेष सभी लोग निमित्त मात्र होते हैं। महाविद्यालय के चौमुखी उन्नयन के लिए उन्होंने स्वयं के पूरे सहयोग का भरोसा दिलाया। महाविद्यालय प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष दीपकृष्ण वर्मा ने महाविद्यालय से सम्बन्धित स्मृतियों को याद किया और कुछ देशभक्ति गीत भी गाये। सांस्कृतिक परिषद के सदस्यों ने प्राचार्य और अतिथियों को बुके देकर सम्मान किया। सांस्कृतिक परिषद के अध्यक्ष, सचिव और सदस्यों का प्राचार्य, प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष और मन्त्री द्वारा स्मृति चिन्ह प्रदान करके सम्मानित किया गया। समारोह में महाविद्यालय के पूर्व मुख्य नियन्ता डॉ० एस०पी० सिंह, मनोविज्ञान विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ० राधेश्याम तिवारी, प्रबन्ध समिति के सदस्य अरविन्द सिंघल, पंजाब नेशनल बैंक के प्रबन्धक बीके सिंह, मुख्य नियन्ता डॉ० अनिल सिंह, छात्र कल्याण अधिकारी डॉ० बी०डी० द्विवेदी, नेवल विंग के सब लेफ्टिनेंट डॉ० अशोक मिश्रा, कैप्टन डॉ० मनीष सिंह, डॉ० प्रतिभा राय, डॉ० शिव कुमार तिवारी, डॉ० वन्दना जायसवाल, डॉ० शशि सिंह सहित महाविद्यालय के एनसीसी कैडेट्स, नेवल विंग, रोवर्स-रेंजर्स और अन्य छात्र-छात्रायें मौजूद थे। महाविद्यालय के सह-मीडिया प्रभारी डॉ० प्रभात श्रीवास्तव ने बताया कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन में वाणिज्य विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ० मिर्ज़ा शहाब शाह और संस्कृत विभाग के डॉ० अखिलेश की अहम भूमिका रही। कार्यक्रम का संचालन डॉ० कुमुद सिंह और डॉ० आशुतोष सिंह ने किया।