ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह का साइवर सेल एवँ थाना काँट पुलिस ने किया पर्दाफाश

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उमाकान्त श्रीवास्तव , ब्यूरो चीफ
शाहजहाँपुर : – – विगत कई दिनों से ऑनलाइन नौकरी देने के नाम पर नामी कम्पनियों के फर्जी ज्वाइनिंग / ऑफर लेटर आदि भेजने के बाद विभिन्न खातों मे ऑनलाइन रूपये ट्रांसफर कराकर रूपयों की ठगी करने की सूचनायें प्राप्त हो रही थी।*
आनलाइन ठगी की घटनाओं का खुलासा एवँ गैंग के बारे में जानकारी कर उसे बस्ट करने के लिए पुलिस अधीक्षक एस0 आनन्द एवँ अपर पुलिस अधीक्षक नगर संजय कुमार के निर्देशन में साइबर / सर्विलांस सेल प्रभारी निरीक्षक नीरज सिंह के नेतृत्व में थाना कांट पुलिस टीम को भी टास्क दिया गया था ।
साइबर/सर्विलान्स एवं थाना कांट पुलिस टीम ने साक्ष्य संकलन एवं मोबाइल लोकेशन के आधार पर संयुक्त टीम में शामिल सर्विलांस सेल प्रभारी नीरज सिंह ने अपने हमराही आरक्षी अजय चौधरी , राजुल कुमार , शिवम कुमार , विक्रम देओल तथा थाना काँट में तैनात उप निरीक्षक हरेन्द्र प्रताप सिंह आरक्षी शाहनवाज आलम , शुभम सिंह , सौरभ तेवतिया ने रविवार की रात मुखबिर की सूचना पर थाना काँट क्षेत्र के ग्राम बरेण्डा तिराहे पर स्थित जनसेवा केन्द्र से थाना क्षेत्र के गाँव बरेंडा निवासी बृजेश मौर्य तथा काँट के मोहल्ला रहमतपुर मरहैया निवासी मोहम्मद रफी तथा थाना परौर के गाँव धनसिंह नगला निवासी नीरज मौर्या तथा थाना मदनापुर के गाँव मथाना निवासी गुडडू मौर्या उर्फ ललित किशोर एवँ थाना परौर के गाँव भमौरा निवासी हर्षित कुमार को ऑनलाइन ठगी करने के उपकरण जिनमें 04 लैपटॉप , 10 मोबाइल फोन , 04 फिंगर प्रिंट स्कैनर , 01 हार्डडिस्क , 01 स्कैनर , 14 आधार कार्ड , 09 ई श्रम कार्ड व 253 सिम कार्ड व जामा तलाशी से 575 रूपये बरामदगी के साथ गिरफ्तार किया गया । बरामदगी के आधार पर आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर न्यायालय भेजा गया है।
पूँछतांछ करने पर आरोपियों ने बताया की हमारे पास MONSTERINDIA.COM की PAID EMPLOYER PROFILE है । जिसकी हमारे पास लॉगइन आईडी है। हम सभी लोग इस लॉग इन आईडी पर लॉग इन करके लोगो को नौकरी की तलाश में अपलोड की गयी प्रोफाइल्स को लोकेशन , जॉब प्रोफाइल तथा अन्य फिल्टर लगाकर सर्च करके डाउनलोड कर लेते है जिससे उनका बायोडाटा नाम , मोबाइल नंबर , ई-मेल इत्यादि हमको प्राप्त हो जाता है । हम लोग एक बार में बहुत सारी प्रोफाइल सेव करके बारी बारी ऑनलाइन नौकरी की तलाश कर रहे लोगो को बारी बारी अलग अलग लोगो को फोन करते है । और बताते है की हम NAUKRI.COM से बोल रहे है और आपकी प्रोफाइल एक नामी कंम्पनी के लिये SHORTLIST हो गयी है और उसको अपनी बातो में उलझाकर INTERVIEW लेने के बहाने अन्य नंबरो से फोन करके उनको पूरी चयन प्रक्रिया से गुजारते थे ताकि उसको शक न हो कि उसके साथ धोखाधडी हो रही है इसके बाद हमारे लैपटॉप और मोबाइल में पहले से सेव विभिन्न नामी कंम्पनियो के नाम से बनाये गये ऑफर लैटर को EDIT करके उनको NAUKRI.COM के नाम से मिलती जुलती ई-मेल आईडी से ई-मेल भेजते थे । इस प्रक्रिया के दौरान हम इन लोगो से रजिस्ट्रेशन , पुलिस वैरीफिकेशन , लैपटॉप सिक्योरिटी तथा सैलरी अकाउंट खोलने के बहाने विभिन्न पेटीएम अकाउंट , गुगल पे अकाउंट , बैंक अकाउंट तथा जन सुविधा केन्द्र के बैंक खाते में ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर करवा लेते है । तथा पैसा मिलने के बाद हम लोग बात करने वाले सिम को बंद कर देते है चूंकि हम जन सुविधा केन्द्र भी चलाते है इसलिये हमारे पास और लोगो का आना जाना लगा रहता है हमारी दुकान पर आने वाले लोगो को बेवकूफ बनाकर उनका फिंगर प्रींट स्कैन करा लेते है तथा उनके आधार कार्ड स्कैनर की मदद से कॉपी कर लेते है या ग्राहक को भरोसे में लेकर उसका आधार कार्ड अपने पास ही रख लेते है और उनकी बिना जानकारी के उनकी आईडी पर हम अकसर नये सिम चालू कर लेते है हमारे पास से जो सिम बरामद हुये है वो blank sim है व जब हम चाहते है तो इन्हे अन्य लोगो की आईडी पर एक्टिव कर लेते है ।
उल्लखनीय यह है कि गिरोह का सरगना नीरज मौर्य पूर्व मे दिल्ली मे लॉकडाउन से पूर्व इसी तरह एक फर्जी कॉल सेन्टर मे काम करता था तथा वही इस तरह का अपराध करने का तरीका सीखा व लॉकडाउन के बाद यहां आकर अपना गिरोह बनाया तथा अपराध करने लगा । जानकारी करने पर ज्यादातर ठगी अन्य राज्यों गुजरात , महाराष्ट्र , मध्यप्रदेश , बिहार , हरियाणा तथा पंजाब आदि के व्यक्तियों के साथ की है । इनका टारगेट हिंदी भाषी प्रदेशों से नौकरी की ऑनलाइन तलाश करने वाले लोग होते थे । नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिग पोर्टल पर चेक करने पर इनके द्वारा की गई है।

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