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गोरखपुर में कृषि विभाग की टीम ने सोमवार को जिले के 46 खाद विक्रेताओं की दुकानों पर छापा मारा। इस दौरान उर्वरक निबंधन प्रमाणपत्र में अनियमितता मिलने पर 10 विक्रेताओं के लाइसेंस निलंबित कर दिए गए। वहीं, एक खाद विक्रेता को कारण बताओ नोटिस दिया गया है।
कृषि विभाग के अधिकारियों की पांच टीमों ने सुबह से कार्रवाई शुरू की और 46 विक्रेताओं के यहां छाप पड़े। इस दौरान 18 नमूने एकत्र किए गए जिन्हें जांच के लिए भेजा जाएगा। उप कृषि निदेशक अरविंद कुमार सिंह, जिला कृषि अधिकारी देवेंद्र प्रताप सिंह, भूमि संरक्षण अधिकारी अनिल प्रसाद मिश्रा, उप संभागीय कृषि प्रसार अधिकारी डॉॅ. शत्रुधन सिंह, अपर जिला कृषि अधिकारी रमेश द्विवेदी की अगुवाई में गठित टीमों ने कार्रवाई की।
खामियों पर मेसर्स वैष्णो खाद भंडार नगवा जैतपुर को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। जिला कृषि अधिकारी देवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि सभी उर्वरक बिक्री केंद्रों पर छापे के दौरान उनके भंडारण, केंद्रों में भंडारित स्टाक का मिलान उनके पीओएस मशीन से किया गया।
उन्हें यह निर्देशित किया गया कि उनके द्वारा खतौनी के आधार पर किसानों में उर्वरकों की बिक्री निर्धारित मूल्य पर ही की जाए। स्टाक होल्डिंग एवं टैगिंग नहीं होनी चाहिए। यदि किसी विक्रेता द्वारा अधिक मूल्य पर बिक्री या स्टाक होल्डिंग एवं टैगिंग की शिकायत मिली तो संबंधित के खिलाफ की कार्रवाई की जाएगी।
इनके लाइसेंस हुए निलंबित
मेसर्स किसान खाद भंडार सिकरीगंज, मेसर्स किसान बीज भंडार तरैया चौराहा, मेसर्स एमएस खाद भंडार कटवल चौराहा, मेसर्स किसान बीज भंडार वेलाकॉंटा, मेसर्स सिंह खाद भंडार वेलाकॉटा, मेसर्स कश्यप ट्रेडर्स रामूडीहा, मेसर्स साहब एग्रो सेंटर सोनवरसा, मेसर्स श्री दुर्गा जी किसान सेवा केंद्र करमहा फुटहवा, मेसर्स वैष्णो खाद भंडार टेकवार उनवल, वन स्टाप एग्रीजक्शन रानीपुर भीटहा चौराहा।