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बागपत, उत्तर प्रदेश। विवेक जैन।पुराना कस्बा बागपत के अति प्राचीन बागेश्वर महादेव के मंदिर में 14 जुलाई श्रावण मास के प्रथम दिन से श्री रामायण जी का पाठ चल रहा है जिसमें भक्तिमय भजनों के माध्यम से श्री रामायण जी के पाठ को सुनने और सुनाने से होने वाले फायदों के बारे में बताया जा रहा है। रामायण का पाठ करने वालों में से एक मास्टर कर्मवीर सिंह ने बताया कि रामायण में जीवन से जुड़े सभी प्रश्नों के उत्तर समाहित है। बताया कि श्रावण मास में रामायण का एक महीने का पाठ रखा गया है और आज पाठ का 25वां दिन है। प्रतिदिन दोपहर को 1 बजे से शाम को 4 बजे तक श्री रामायण जी का पाठ होता है। श्रावण शुक्ल पूर्णिमा 12 अगस्त को श्री रामायण जी का यह पाठ पूर्ण होगा। बताया कि हिन्दू कलेंड़र के अनुसार श्रावण मास को वर्ष के सबसे पवित्र महीनों में से एक माना जाता है। धार्मिक कार्यक्रमों के संचालन के लिए यह सबसे अच्छा समय माना जाता है। श्रावण मास के अधिपति देवता भगवान शिव है और इस महीने में भगवान श्री राम और भगवान श्री नारायण का गुणगान करने से भगवान शिव, ब्रहमा सहित समस्त देवी-देवता प्रसन्न होते है। रामायण का श्रावण के पवित्र-पावन महीने में पाठ करने से भगवान शिव और भगवान श्री विष्णु जी की कृपा भक्तों पर बनी रहती है और जन्म-मरण के भवबंधनों से मुक्ति मिलती है। 25वें दिन श्री रामायण जी पाठ में मंदिर के पंडित अनिरूद्ध मिश्रा, जीत सिंह चौहान, भंवर सिंह ब्रहमचारी, मास्टर कमलेश चौहान, अतरकली चौहान आदि श्रद्धालुगण उपस्थित थे।