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भारत का एशियाई खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन: खेल शिक्षक आलोक द्विवेदी
ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय
हांगझोऊ, चीन। खेल शिक्षक आलोक द्विवेदी ने कहा कि हांगझोऊ में आयोजित 19 वें एशियाई खेलों में भारत ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए भारतीय खेल प्रेमियों तथा विश्व खेल प्रेमियों का अपनी ओर ध्यान आकर्षित किया।
अगर हम वैश्विक शक्ति के रूप में अपना विस्तार करने में सफल हुए हैं तो खेल की दुनिया में भी हम एक शक्ति के रूप में उभरने में सफल हुए हैं।
हम अपने मकसद अबकी बार 100 के पार को पूरा करने में सफल हुए इस एशियाई खेलों में 28 स्वर्ण पदक, 38 रजत पदक तथा 41 कांस्य पदक सहित 107 पदक प्राप्त कर चौथे स्थान पर रहे। 23 सितंबर से 8 अक्टूबर तक चले इस समय में भारतीय एथलीट दल के 655 खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया उद्घाटन समारोह में हरमनप्रीत तथा लवलीना के नेतृत्व में सभी भारतीय खिलाड़ी संकल्पबद्ध थे की हमें सर्वश्रेष्ठ करना है।
पदक की शुरुआत रोइंग में में हुई जिसमें भारत ने 13 साल बाद एशियाड में आठ खिलाड़ियों की टीम स्पर्धा में रजत पदक प्राप्त किया।
निशानेबाजी में भारतीय तिकड़ी दिव्यांश, ऐश्वर्य और रुद्राक्ष ने विश्व रिकॉर्ड बनाते हुए 10 मीटर एयर राइफल में स्वर्ण पदक प्राप्त किया वहीं भारतीय महिला टीम तथा पुरुष टीम क्रिकेट टीम में स्वर्ण पदक प्राप्त कर भारतीय खेल प्रेमियों में उत्साह पैदा कर दिया। भारतीय हॉकी में पुरुष वर्ग में स्वर्ण पदक तथा महिला वर्ग में कांस्य पदक प्राप्त कर भारतीय खेल प्रेमियों को तोहफा प्रदान किया।
कबड्डी में भी पुरुष तथा महिला वर्ग की टीम ने स्वर्ण पदक प्राप्त किया। बैडमिंटन में युगल तथा मिश्रित वर्ग में स्वर्ण पदक प्राप्त कर भारतीय टीम ने इतिहास रच दिया। नौकायन में भारतीय एथलीट दल की उम्र में सबसे छोटी 17 साल की नाविक नेहा ने रजत पदक जीतकर भारतीय दल में उत्साह पैदा कर दिया।
41 साल बाद घुड़सवारी में दिव्या कृति, विपुल , सुदीप्ति तथा अनुस की चौकड़ी ने ड्रेसज का स्वर्ण पदक प्राप्त कर विश्व खेल प्रेमियों तथा भारतीय खेल प्रेमियों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया।
शूटिंग में 50 मी राइफल 3 पोजीशन में आशी, माननी, सिफल कौर रजत पदक प्राप्त कर अपनी और ध्यान आकर्षित कराया।
पिस्टल में अर्जुन, सरबजीत सिंह और शिव की तिकड़ी ने स्वर्ण पदक जीता। निशानेबाजी में 18 पदक प्राप्त कर अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।
लॉन टेनिस में बो पन्ना तथा ऋतुजा मिश्रित युगल में स्वर्ण पदक प्राप्त किया।
भारत स्क्वैश में अभय सिंह के द्वारा स्वर्ण पदक प्राप्त किया
एथलेटिक्स में भी तेजेंद्र पाल ने गोला फेक में स्वर्ण पदक, पारूल चौधरी 5000 मीटर में स्वर्ण पदक नीरज चोपड़ा भला केक में स्वर्ण पदक, 4 * 400 मीटर में भारतीय टीम ने स्वर्ण पदक, अनु रानी ने भाला फेंक में स्वर्ण पदक प्राप्त कर भारतीय खेल प्रेमियों का अपनी ओर ध्यान आकर्षित किया।
गोल्फ में पहली बार रजत पदक प्राप्त कर पहले भारतीय महिला होने का गौरव प्राप्त किया।
इस तरह से भारत एशिया खेलों में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर विश्व के खेल प्रेमियों तथा भारतीय खेल प्रेमियों का अपनी ओर ध्यान आकर्षित करने में सफल रहा।