शेफ और बेसिक एजुकेशन विभाग, यूपी द्वारा 75 ज़िलों के डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिटटोरस को लैंगिक मुद्दों पर प्रशिक्षित किया गया ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय

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शेफ और बेसिक एजुकेशन विभाग, यूपी द्वारा 75 ज़िलों के डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिटटोरस को लैंगिक मुद्दों पर प्रशिक्षित किया गया

ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय

लखनऊ: स्टडी हॉल एजुकेशनल फाउंडेशन (शेफ) ने यूपी के बेसिक एजुकेशन विभाग के सहयोग से 75 डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर, के लिए जेंडर प्रशिक्षण का आयोजन किया। यह प्रशिक्षण दो बैच में आयोजित किया गया था, इसका मुख्य उद्देश्य था कि डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर आवश्यक कौशल प्राप्त करें ताकि वे अपने संबंधित जिलों में जेंडर शिक्षा को बढ़ावा दे सकें।

फरवरी 2023 से, शेफ ने अपने “आरोहिणी इनिशिएटिव” के माध्यम से यूपी राज्य के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों (KGBV) के शिक्षकों को लैंगिक मुद्दों में प्रशिक्षित किया है और उन्हें शेफ की क्रिटिकल फेमिनिस्ट पेडागोजी को स्कूलों में लागू करने में मदद की है।

मुकेश सिंह, राज्य बालिका शिक्षा, यूनिट इंचार्ज, विभाग समग्र शिक्षा ने कहा, “बालिका शिक्षा और सुरक्षा हेतु हमें साकारी भागीदारी निभानी होगी, बदलाव के क्षेत्र में, हमारे नकारात्मक मान्यताओं को सकारात्मक में बदलना होगा। तब ही हम सभी मिलकर बालिकाओं का सवनिर्माण और विकास कर पाएंगे। हम और स्टडी हॉल एजुकेशनल फाउंडेशन हर बालिका को प्रतिभाशाली और नेतृत्व की भूमिका में देखना चाहते हैं और उनके विकास का समर्थन करना चाहते हैं।”

शेफ की संस्थापक और सीइओ , डॉ. उर्वशी साहनी, ने कहा, “हम मानते हैं कि सभी शिक्षकों को एक फेमिनिस्ट चेतना विकसित करना महत्वपूर्ण है, जिससे वे एक समानाधिकारी तरीके से सोचने और काम करने में सक्षम हों जिससे वह स्कूल के वातावरण को लड़कियों के जीवनों के लिए अधिक स्वागतपूर्ण बना सकें और लड़कियों को खुद को समान और स्वतंत्र व्यक्ति के रूप में देखने के लिए शिक्षित कर सकें।”

वर्षा, जिला बालिका शिक्षा समन्वयका, बरेली ने कहा, “यह मेरा पहला जेंडर संवेदनशीलता का प्रशिक्षण है। मुझे यहाँ आकर समझ में आ रहा है कि यह कार्यक्रम बालिकाओं के लिए कितना आवश्यक है। इस कार्यक्रम के माध्यम से मुझे यह लगता है कि बालिकाएं अपने अधिकारों के बारे में जागरूक होकर निर्णय लेंगी, सीखेंगी, और खुद के जीवन की स्वयं अधिकारी बनेंगी।”

प्रोग्राम प्रबंधक आरोहिणी पहल, प्रियंका सक्सेना, ने कहा, “सशक्तिकरण की प्रक्रिया के साथ-साथ लड़कियों के सामाजिक परिवेश में भी बदलाव होना चाहिए। हम शिक्षकों को उनकी लड़कियों के लिए बदलाव के समर्थक बनने, उन्हें और उनके शिक्षा के अधिकार को महत्व देने के लिए प्रोत्साहित करते हैं और समुदायों को लैंगिक न्याय के समर्थक बनने के लिए प्रेरित करते हैं।”

आरोहिणी इनिशिएटिव, शेफ द्वारा संचालित लड़कियों को सशक्त और शिक्षित करने का कार्यक्रम है। 2016-2018 के बीच, इस कार्यक्रम के अंतर्गत उत्तर प्रदेश में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) के शिक्षकों को लड़कियों के अधिकारों के प्रति जागरूक बनने के लिए प्रशिक्षण दिया गया। आरोहिणी कार्यक्रम के द्वारा 746 केजीबीवी के 2,502 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया तथा उनके माध्यम से, शेफ ने 100,000 से अधिक लड़कियों को जागरूक किया।

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