रेल संरक्षा आयुक्त द्वारा रेलपथ के दोहरीकरण एवं विद्युतीकरण कार्य का किया गया निरीक्षण

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*रेल संरक्षा आयुक्त द्वारा रेलपथ के दोहरीकरण एवं विद्युतीकरण कार्य का निरीक्षण*
*रुदौली-रौजागाँव –पटरंगा रेलखंड पर नवनिर्मित कार्यों का लिया जायज़ा*

ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय

लखनऊ। यात्री सुविधा एवं यात्री यातायात के प्रति पूर्ण समर्पण के साथ अपनी भूमिका का निर्वहन करते हुए उत्तर रेलवे का लखनऊ मंडल निरंतर इस क्षेत्र में नवीन उपलब्धियों हेतु अग्रसर रहता है I उत्तर रेलवे, लखनऊ मंडल द्वारा यात्रियों को समय से पहुंचाने और ट्रेनों को समय पर चलाने के लिए अविराम गति से दोहरीकरण व विद्युतीकरण का कार्य किया जा रहा है। इसी क्रम में आज दिनांक 11.12.2023 को लखनऊ मंडल द्वारा एक उल्लेखनीय उपलब्धि अर्जित की गयी एवं मंडल के रुदौली-रौजागाँव–पटरंगा रेलखंड पर नवनिर्मित 14.49 किमी. रेलपथ के दोहरीकृत एवं विद्युतीकृत रेल मार्ग के कार्य का रेल संरक्षा आयुक्त,उत्तर परिमंडल ,श्री दिनेश चंद देशवाल द्वारा निरीक्षण किया गया I विदित हो कि बाराबंकी से जौनपुर रेल खंड वाया अकबरपुर (237.65किलोमीटर) में रेलपथ के दोहरीकरण/विद्युतीकरण सबंधी कार्यों के अंतर्गत दर्शंनगर- अकबरपुर 48.96 किमी.एवं शाहगंज-जौनपुर रेल मार्ग पर 33.34 कि०मी०, रुदौली-सोहावल के मध्य 22.84 किमी, सफदरगंज से रसौली 10.94 किमी. एवं अयोध्या जं.-दर्शननगर रेलखंड पर नवनिर्मित 4.90 किमी. के रेल मार्ग के दोहरीकरण/विद्युतीकरण की कमीशनिंग का कार्य पहले ही संपन्न किया जा चुका है एवं उक्त दोहरीकृत /विद्युतीकृत रेल पथ पर रेल परिचालन भी प्रारम्भ है | आज के दोहरीकरण/विद्युतीकरण के कार्य की स्वीकृति के उपरांत बाराबंकी से जौनपुर रेलखंड पर कुल 140.37 किमी का रेल मार्ग दोहरीकृत /विद्युतीकृत हो जायेगा एवं इस रेल मार्ग पर परिचालन संभव हो सकेगा ।
अपने इस निरीक्षण के दौरान रेल संरक्षा आयुक्त,उत्तर परिमंडल, श्री दिनेश चंद देशवाल द्वारा पटरंगा, एवं रौजागाँव स्टेशनों का निरीक्षण करते हुए स्टेशन पर पैनल रूम ,संरक्षा अभिलेखों, संरक्षा संबंधी कार्यालयों, संरक्षा के सभी आवश्यक मानकों, संसाधनों, उपकरणों, इत्यादि का विधिवत अवलोकन किया गया I उन्होंने रेलपथ सहित अन्य समस्त आवश्यक प्रक्रियाओं का ट्राली द्वारा पटरंगा से रौजागाँव तथा रौजागाँव से रुदौली के मध्य गहनता से निरीक्षण किया तथा मार्ग में पड़ने वाले,समपार फाटकों , क्रासिंग , OHE installation , टर्न आउट, सिग्नलिंग व्यवस्था तथा रेलपथ की संरक्षा की व्यवस्थाओं का भलीभांति जायजा लेते हुए इसकी समीक्षा की एवं इस विषय में आवश्यक सुझाव एवं निर्देश पारित किये I तदोपरांत उन्होंने रुदौली से पटरंगा के मध्य स्पीड ट्रायल किया I l इस निरीक्षण में मंडल रेल प्रबंधक, डॉ. मनीष थपल्याल एवं मुख्य अभियंता (निर्माण), श्री सुरेश कुमार सपरा भी उपस्थित रहे I रेल संरक्षा आयुक्त ने अवगत कराया कि रेलवे के आधुनिकीकरण एवं नवीनीकरण की दिशा में इस रेलखण्ड के दोहरीकरण एवं विद्युतीकरण के उपरान्त रेल परिचालन और अधिक सुगम तथा सुविधाजनक हो जाएगा जिसके फलस्वरूप गाड़ियों की क्रासिंग न होने के कारण परिचालन समय में बचत होगी, जिससे गाड़ियां तीव्र गति से चलेंगी तथा अधिक गाड़ियां चलाने का मार्ग प्रशस्त होगा। परिणामस्वरूप यात्रियों को सुविधाजनक यात्रा मिलेगी।

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