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तुलसी जन्मभूमि गोंडा में गोस्वामी तुलसीदास अंतरराष्ट्रीय केंद्रीय विश्वविद्यालय के स्थापना की मांग
ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय
लखनऊ। श्री रामचरितमानस के रचयिता गोस्वामी तुलसीदास विश्व के महानतम कवियों में से एक हैं। उनका जन्म गोंडा जिले में परसपुर के पास राजापुर गांव में हुआ था। गोस्वामी जी के नाम पर गोंडा में एक अंतरराष्ट्रीय केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना गोस्वामी जी को एक सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
आपसे आग्रह है कि गोस्वामी जी के जन्म स्थान के पास गोंडा में एक अंतरराष्ट्रीय केन्द्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना की जाए । इसके लिए सनातन धर्म परिषद एवं श्री तुलसी जन्म भूमि न्यास द्वारा महामहिम राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी, शिक्षा मंत्री भारत सरकार, आयुक्त देवी पाटन मंडल एवं जिला धिकारी गोंडा को अन्तरराष्ट्रीय केंद्रीय विश्वविद्यालय के स्थापना की मांग सौंपा गया है, निवेदन है कि गोंडा में 58 एकड़ लगभग 300 बीघा जमीन अधिग्रहित कर ली गई है। अतः प्रस्तावित विश्वविद्यालय के लिए जमीन अधिग्रहण की कोई समस्या भी नहीं होगी। इसलिए आग्रह है की गोस्वामी तुलसीदास अंतरराष्ट्रीय केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना अविलंब की जानी चाहिए । गोस्वामी तुलसीदास विश्व के प्रायः सभी विद्यालयों में पढ़ाये जाते हैं। गोस्वामी जी भारतीय संस्कृति की अमूल्य निधि हैं। गोस्वामी
तुलसीदास जी के जन्म स्थान के पास स्थापित विश्वविद्यालय विश्व
के गौरवशाली शिक्षा संस्थानों में एक होगा।
अतः आपसे सादर अनुरोध है कि गोस्वामी तुलसीदास के सम्मान में गोंडा में उनके जन्मभूमि के पास विकासखंड परसपुर में अधिग्रहित भूमि में गोस्वामी तुलसीदास अन्तरराष्ट्रीय केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना करने की कृपा करें। डॉ. स्वामी भगवदाचार्य अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष ने पत्रकारों को बताया कि कोशिश जारी रहेगी।