जैन धर्म की प्रभाविका माता सृष्टि भूषण का पिहानी नगर आगमन, भक्तों में जबरदस्त उत्साह

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जैन धर्म की प्रभाविका माता सृष्टि भूषण का पिहानी नगर आगमन, भक्तों में जबरदस्त उत्साह

माताजी के नगर में प्रवेश के करते ही स्वागत को ऐतिहासिक बनाने के जैन समाज के प्रमुख लोगों ने जगह-जगह पर स्वागत किया। माताजी का स्वागत क्षेत्र के नारीखेड़ा ,वाजिद नगर ,बस स्टैंड, बाबा मैरिज हॉल व कुइयां में किया गया।

ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय

हरदोई। जैन धर्म की आर्यिका रत्न 105 सृष्टि भूषण माताजी एवं 105 विश्व यश मति माता जी का मंगलवार को पिहानी कस्बे प्रवेश हुआ। जैन धर्म प्रभाविका सृष्टि भूषण माताजी ने सभी को अहिंसा परमो धर्मा का संदेश देते हुए समाज में एक दूसरे की मदद करने के लिए कहा। निशुल्क गरीब कन्याओं की शादी करने पर बाबा मैरिज हाल के मालिक जोगराज सिंह की पीठ थपथपाते हुए उनकी प्रशंसा करते हुए कहा कि जोगराज से लोगों को एक सीख लेनी चाहिए
जैन समाज के गणमान्य लोगों ने चरण पखार कर मंगल आरती उतारी। माताजी के मंगल प्रवेश एवं चतुर्मास से पूरा जैन समाज उल्लासित था। युवा जैन धर्म की जय-जयकार, अहिंसा परमो धर्म, सृष्टि भूषण, विश्व यश मति माताजी के जयकारे लगाते हुए भक्तिमय माहौल में निकले और जगह-जगह उनका स्वागत किया गया।

228 किमी पैदल यात्रा के बाद नगर आगमन, 1068 किलोमीटर चलकर जाएंगी झारखंड

जैसा कि विदित ही है कि जैन साध्वी नंगे पैर पैदल ही चलती हैं। जैन साध्वी और मुनि किसी वाहन का प्रयोग नहीं करते। माताजी मुरादाबाद से शाहजहांपुर ,जंग बहादुरगंज होते हुए मंगलवार को कस्बा पिहानी आयी। के लिए प्रस्थान किया था। हरदोई से चलकर पैदल ही झारखंड जाएंगी जो 1068 किलोमीटर है। जगह-जगह रुकने का स्थान उनके जैन धर्म के श्रद्धालु बनाते रहते हैं।इतनी सर्दी होने के बावजूद न तो कंबल ओढती है और न रजाई । स्वयं का बना हुआ भोजन दिन में एक बार ग्रहण करती हैं। उनके साथ में चार और लोग पैदल यात्रा कर रहे हैं।चातुर्मास के मध्य प्रतिदिन प्रवचन, पूजा-विधान, भक्ति आदि कार्यक्रम होंगे। माताजी युवा पीढ़ी को धर्म की शिक्षा और अपनी संस्कृति का ज्ञान देंगी।
अपने प्रवचन के दौरान बाबा मैरिज हाल में माताजी ने कहा कि बेटियों को पढ़ाई के साथ-साथ अपनी संस्कृति, शिक्षा एवं घरेलू कामकाज भी सिखाएं। बेटियों से आह्वान किया कि वह अपने सास-ससुर को अपने माता-पिता की तरह समझें और उनको सम्मान दें। जैन धर्म की प्रभाविका माता सृष्टि भूषण का रुकने व ठहरने की विशेष व्यवस्था सुमित अग्रवाल उर्फ लकी अग्रवाल व पवन जैन,अमरीक सिंह,निधिश जैन, सुमित जैन जोगराज सिंह कर रहे हैं।

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