लविवि में ट्रांसजेंडर अधिकारों और ट्रांसजेंडर अधिनियम पर एक संवेदीकरण कार्यक्रम आयोजित

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*लविवि में ट्रांसजेंडर अधिकारों और ट्रांसजेंडर अधिनियम पर एक संवेदीकरण कार्यक्रम आयोजित*

ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय

लखनऊ विश्वविद्यालय के *समाज कार्य विभाग में दिनांक 13.06.2024 को ट्रांसजेंडर समुदाय के लोगों को समाज के मुख्य धारा से जोड़ने के उद्देश्य से Transgender Persons Protection of Rights Act, 2020 विषय पर एक संवेदीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।*

कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि डीसी-डीआरसी सदस्य/मजिस्ट्रेट शाहजहांपुर, सुश्री नीतू भारती उपस्थित रही। आपने अपने उद्बोधन में ट्रांसजेंडर अधिनियम के बारे में बात की और समुदाय के सदस्यों को गरिमा गृह और ट्रांसजेंडर पहचान पत्र जैसी ट्रांसजेंडर की आजीविका की स्थिति को बढ़ाने के लिए भारत सरकार द्वारा शुरू की गई विभिन्न सरकारी योजनाओं के अधिकारों और लाभों के बारे में जागरूक किया।

कार्यक्रम में ट्रांसजेंडर समुदाय की मुखिया गुड्डन किन्नर नाम बतौर विशिष्ट अतिथि अपने उद्बोधन में कहा कि लखनऊ विश्वविद्यालय के समाज कार्य विभाग में आमंत्रित किया जाना उनके लिए अत्यंत ही गौरवपूर्ण क्षण है। अपने जीवन के चुनौतियां एवं समस्याओं को विस्तार पूर्वक बताते हुए समुदाय की विभिन्न सामाजिक एवं मानसिक समस्याओं को सभी के समक्ष साझा किया। आपने बताया कि समाज के सभी वर्ग के लोगों को ट्रांसजेंडर समुदाय के प्रति भेदभाव को समाप्त कर उन्हें समाज की मुख्य धारा के रूप में स्वीकार करना अत्यंत आवश्यक है। साथ ही कार्यक्रम में गुड्डन किन्नर ने ट्रांसजेंडर जीवन के बारे में अपने विचार और अंतर्दृष्टि साझा करते हुए यह भी बताया कि कैसे हम एक समाज के रूप में आगे आ सकते हैं और ट्रांसजेंडर के जीवन को बेहतर बनाने के लिए एक-दूसरे का समर्थन कर सकते हैं।

ट्रांसजेंडर समुदाय के सदस्य संदीप ने बताया कि उन्हें शिक्षा, रोजगार, और स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसलिए, सामाजिक संगठनों, सरकार, और व्यक्तिगत स्तर पर उनका समर्थन और सहयोग आवश्यक है। समुदाय के लोगों को समाज में सम्मानित महसूस कराने और उनके अधिकारों की सुरक्षा करने के लिए शिक्षा, रोजगार, और मेडिकल सुविधाओं तक पहुंच को सुनिश्चित करने की आवश्यकता है। इसके अलावा, समुदाय के अधिकारों की जागरूकता और संवेदनशीलता को बढ़ावा देने के लिए इस प्रकार के सामुदायिक और सामाजिक अभियानों की भी बहुत जरूरत है।

कार्यक्रम का उद्देश्य समुदाय को ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के अधिकारों और चुनौतियों के बारे में शिक्षित करना और कानून के तहत उनकी समानता और सुरक्षा सुनिश्चित करने में ट्रांसजेंडर अधिनियम के महत्व को उजागर करना था।

ट्रांसजेंडर समुदाय के सदस्यों को सार्थक संवाद में शामिल होने, सवाल पूछने और ट्रांसजेंडर समुदाय को प्रभावित करने वाले मुद्दों की गहरी समझ हासिल करने का अवसर मिला। कार्यक्रम का उद्देश्य ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के लिए सहानुभूति, सम्मान और समर्थन को बढ़ावा देना है, जो अंततः सभी के लिए अधिक समावेशी और स्वीकार्य समाज की दिशा में काम करता है।

कार्यक्रम में किन्नर समुदाय के सदस्य, समाज कार्य विभाग के प्रो. रूपेश कुमार और डॉ. अन्विता वर्मा विभाग के शोधार्थी तथा विद्यार्थी मौजूद थे।

भारतीय समाज में किन्नर समुदाय का विकास और समर्थन महत्वपूर्ण है। इस समुदाय के लोग समाज के प्रति अपना योगदान देते हैं, लेकिन उन्हें अक्सर समाज में समानता और सम्मान का मोल नहीं मिलता।

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