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पूरा विश्व योग एवं ध्यान के माध्यम से शारीरिक एवं मानसिक कल्याण के लिए भारत की ओर देख रहा है:आचार्य अशोक
हरदोई(अंबरीष कुमार सक्सेना) शिव सत्संग मण्डल के तत्वावधान में
आँझी रेलवे स्टेशन के समीपवर्ती पूर्व माध्यमिक विद्यालय, सिकंदरपुर कल्लू के सामने मैदान में आयोजित वार्षिक शिवोत्सव में श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए आचार्य अशोक ने कहा कि भारत की संस्कृति, आध्यात्मिकता, जीवन की कला का प्रदर्शन करती है जिससे पूरा विश्व प्रेरित होता है। हम अपने आध्यात्मिक ज्ञान के माध्यम से विश्व में एक उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं। हमारा दार्शनिक दृष्टिकोण बहुत अनूठा है। पूरा विश्व योग एवं ध्यान के माध्यम से शारीरिक एवं मानसिक कल्याण के लिए भारत की ओर देख रहा है। विश्व के करोड़ों लोग वेदों, उपनिषदों और शास्त्रों को सीखने, हमारी संस्कृति एवं जीवन शैली को समझने के लिए भारत आते हैं।
व्यवस्था प्रमुख यमुना प्रसाद ने ईशतत्व की चर्चा करते हुए कहा कि वह परमेश्वर जिसने सूरज चाँद तारे पशु पक्षी वनस्पति आदि समस्त संसार बनाया है। वही हमारी स्तुति के योग्य है,अन्य नहीं। अतः हमें बुद्धिपूर्वक विचार पूरी गम्भीरता के साथ करना होगा तभी हम ईशतत्व को समझ सकेंगे अन्यथा नहीं।
हरदोई के जिलाध्यक्ष प्रेम भाई ने कहा कि उस एक परमेश्वर की अनादिकाल से विद्वान मनुष्य उपासना करते आये हैं। वही समस्त मनुष्यों का वंदनीय है। सभी सत्पुरुषों ने उसी परमेश्वर की उपासना कर महानता पायी है।और हमारे लिए प्रतीक रूप मन्दिर बनवाये जिनका नाम शिवालय रखा।
अधिवक्ता राम अवतार ने कहा कि हम शिव नाम से उस परमात्मा को याद करें।अपने पूजाघरों में साकार रूप में केवल गुण स्वरूप शंकर भगवान की मूर्ति या चित्र लगायें, सम्भव हो तो परिवार के साथ अन्यथा अकेले ही आरती करें ।रात्रिकालमें सोने से पूर्व तथा प्रातः जल्दी उठकर शौचादि से निवृत्त होकर सीधे बैठकर प्रकाश स्वरूप से ध्यान करें।परमात्माकी दया से आपका अन्तर जगमगा उठेगा।भगवान शिव की दया से आपका जीवन दिव़्य हो जायेगा, धन्य हो जायेगा इस दिव़्य जीवन को आप धारण करें।इसके अलावा रवि लाल,सोन पाल, सुदामा देवी,इंस्पेक्टर नन्हे लाल,रामअवतार सत्संगी,शाहजहाँपुर के जिलाध्यक्ष डॉ कालिका प्रसाद आदि ने बताया कि शिवोपासना से ही समग्र जीवन का कल्याण संभव है।रवि वर्मा के संचालन में हुए इस शिवोत्सव की अध्यक्षता छायाकार राम बहोरन ने की।कार्यक्रम का शुभारम्भ पिढ़मा के लालाराम,प्रचारक प्रेम भाई ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर एवं बेबी ने सामूहिक ईश प्रार्थना से किया।भजनोपदेशक बड़ा गांव, पुवायां के शिक्षक अंकित कंचन, श्री कृष्ण,राज कुमार, योग प्रशिक्षक सत्यम सक्सेना, सुमित, सौम्य, शिवा, शिवम, बहन अमृता, बेबी, प्रतिज्ञा आदि ने प्रेरणादायी भजन सुनाकर श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर लिया।यहाँ बबलू, हरिश्चंद्र, हंसराम, आशाराम आदि सत्संगीजनों ने व्यवस्था में खासा योगदान किया।