तुलसी जन्मभूमि के विकास एवं विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए सरसंघचालक को लिखा पत्र

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आर एल पाण्डेय
लखनऊ। गोस्वामी तुलसीदास के जन्मस्थान अयोध्या के समीप गोंडा जनपद के विकास खंड परसपुर सूकरखेत स्थित सरयू तट राजापुर का विकास विगत 35 वर्षों से सनातन धर्म परिषद एवं श्री तुलसी जन्म भूमि न्यास द्वारा किया जा रहा है। सरसंघचालक मोहन भागवत जी को पत्र भेजकर अवगत कराया गया है कि श्रीरामचरितमानस अमर महाकाव्य के रचयिता गोस्वामी तुलसीदास जी का जन्म अयोध्या के निकट गोंडा जनपद के राजापुर सूकर खेत में श्रावण शुक्ला सप्तमी संवत् 1554 विक्रमी में हुआ था गोस्वामी जी के माता और पिता का नाम हुलसी और आत्माराम दुबे था । गोस्वामी जी का ननिहाल दधिवलकुंड दहीरा भिलौरा बासू विकासखंड फखरपुर जनपद बहराइच था गोस्वामी तुलसीदास के पिता आत्माराम दुबे के नाम से 45 बीघा आत्माराम टेपरा भूखंड राजस्व रिकार्डों में आज भी अंकित है। अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा में गोंडा का राजापुर सूकरखेत आज भी सम्मिलित है। भगवान् श्री राम की जन्मभूमि अयोध्या के समीप जनपद गोंडा के तहसील कर्नलगंज विकासखंड परसपुर ग्राम राजापुर में गोस्वामी तुलसीदास जन्मभूमि के विकास हेतु निम्नलिखित प्रतिष्ठानों के स्थापित होने की आवश्यकता है।
गोस्वामी तुलसीदास विश्वविद्यालय तुलसी राजकीय इंटर कॉलेज,
तुलसी संग्रहालय, तुलसी प्रेक्षागृह एवं सभागार, तुलसी शोध संस्थान, तुलसी पुस्तकालय एवं वाचनालय, तुलसी यात्री निवास, तुलसी पार्क, तुलसी घाट एवं तुलसी बस स्टेशन आदि ।
प्रत्येक वर्ष पौष मास में लगने वाला सूकर खेत का मेला पर्यटन की दृष्टि से प्रयागराज की तरह सूकरखेत मेला को राजकीय मेला घोषित करते हुए मेला संबंधी आवश्यक संसाधनों के साथ तुलसी महोत्सव एवं रामायण मेला भी राजापुर सूकरखेत जनपद गोंडा में कराने की महती आवश्यकता है। डॉ. स्वामी भगवदाचार्य अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष सनातन धर्म परिषद ने सरसंघचालक मोहन भागवत को पत्र भेजा है।

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