Getting your Trinity Audio player ready...
|
चीन ने पूरे तिब्बत क्षेत्र में नागरिकों के डीएनए संग्रह के प्रयास तेज कर दिए हैं। इस कार्रवाई में वह पांच साल से कम उम्र के बच्चों के रक्त नमूने भी ले रहा है। मानवाधिकार निगरानी समूह की एक रिपोर्ट में बताया गया कि चीनी अधिकारी पूरी तिब्बत में गंभीर अधिकारों का उल्लंघन कर रहे हैं।
यह पहली बार नहीं है जब चीनी अधिकारी तिब्बतियों का बायोमैट्रिक डाटा एकत्र कर रहे हैं। 2020 में ऑस्ट्रेलियाई रणनीतिक संस्थान ने भी ऐसी ही एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी जिसमें बताया गया था कि चीन 2013 से रक्त जुटाने के लिए मुफ्त शारीरिक परीक्षा की पेशकश कर रहा है।
मौजूदा मामले में वह इन लोगों का डाटा एकत्र कर मनमानी कर सकेगा। निक्केई एशिया में लिखते हुए पाक यीउ ने कहा कि चीनी अफसरों ने जुलाई 2019 में बड़े पैमाने पर एक अभियान चलाकर खून के नमूने एकत्र किए थे। इसे सरकार जनसंख्या प्रबंधन नीति का हिस्सा बता रही है। उसने अब पांच साल से कम आयु के बच्चों को भी डीएनए संग्रह अभियान में शामिल कर लिया है और इसके लिए वह निमू काउंटी किंडरगार्टन में बच्चों के रक्त नमूने ले रही है।
सार्वजनिक सुबूत तक नहीं छोड़े
चीनी अफसरों ने अपराधों के संदिग्धों के लिए ऐसी प्रक्रिया का बचाव किया है। लेकिन अधिकार समूह ने कहा कि इससे निजी गोपनीयता अधिकार खतरे में पड़ेंगे। रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन ने इस प्रक्रिया के लिए सार्वजनिक रूप से कोई सुबूत भी नहीं छोड़े हैं।
चीनी निर्भरता घटाने के लिए अमेरिका में 50 अरब डॉलर के चिप्स निवेश की योजना
बाइडन प्रशासन ने घोषणा की है कि वह चीन पर निर्भरता घटाने के लिए घरेलू सेमीकंडक्टर उद्योग के निर्माण में 50 अरब डॉलर का निवेश करेगा। फिलहाल अमेरिका का इसमें शून्य उत्पादन है। बाइडन ने पिछले माह भी हाईटेक विनिर्माण बढ़ाने के लिए 280 अरब डॉलर के बिल पर हस्ताक्षर किए थे। अब वाणिज्य मंत्रालय चिप्स में 50 अरब डॉलर का उत्पादन कार्य शुरू करेगा और अगले वसंत तक वह पैसे का वितरण शुरू कर देगा।
म्यांमार : मानव तस्करी का केंद्र बन रहे चीनी प्रोजेक्ट
मानव तस्करी की बढ़ती घटनाओं में दक्षिण-पूर्व म्यांमार स्थित करेन राज्य का श्वे कोको न्यू सिटी एक नया केंद्र बन गया है। यह चीनी-स्वामित्व वाले प्रोजेक्ट फल-फूल रहे हैं। यहां मोई नदी तट से थाईलैंड लगता है। द डिप्लोमेट ऑनलाइन पत्रिका के मुताबिक, क्षेत्र में मानव तस्करी करके अधिकांश लोग थाईलैंड, मलयेशिया, कंबोडिया और लाओस से लाए जाते हैं। इन लोगों का इस्तेमाल चीनी परियोजनाओं में बहुत कम रकम देकर कराया जा रहा है।
बांग्लादेश में चीनी कंपनियां बिछा रही टैक्स चोरी का जाल
बांग्लादेश में कई चीनी कंपनियों को तकनीक के सहारे अनैतिक गतिविधियों में लिप्त पाया गया है। ये चीनी कंपनियां टैक्स चोरी का जाल भी बिछा रही हैं, जिसका नुकसान बांग्लादेशियों को बड़ी मात्र में उठाना पड़ रहा है। बीते दिनों कई चीनी कंपनियों द्वारा धोखाधड़ी के मामले भी सामने आए हैं। इन कंपनियों द्वारा टैक्स चोरी के मामलों की जानकारी बांग्लादेश की एक लाइव रिपोर्ट में दी गई है।