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ब्यूरो प्रमुख विश्व प्रकाश श्रीवास्तव
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर के विवेकानंद केंद्रीय पुस्तकालय और रज्जू भैया भौतिकी संस्थान में बुधवार को लीडिंग फायरमैन ओंकारनाथ सिंह के साथ उनकी टीम ने अग्निसुरक्षा से बचाव के टिप्स दिए। उन्होंने प्रदर्शन कर दिखाया की कैसे आग पर काबू पाया जा सके ? गैस सिलेंडर की आग को घर के उपयोग में आने वाली प्लास्टिक की बाल्टी और सूती कपड़े, कंबल. जूट की बोरी के झटके के साथ ढककर आग बुझाया गया। साथ ही सबको आग बुझाने का प्रशिक्षण भी दिया गया। यह प्रदर्शन कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य और कुलसचिव महेंद्र कुमार के सामने किया गया। कुलपति के निर्देशन पर यह आयोजन विश्वविद्यालय के अग्निसुरक्षा अधिकारी डा. मनोज कुमार पाण्डेय ने कराया। बताते चले की शासन की ओर से 14 अप्रैल से 20 अप्रैल तक अग्नि सुरक्षा सप्ताह मनाया जा रहा है। विश्वविद्यालय में आई फायर ब्रिगेड की टीम में रविकांत यादव, आशुतोष सिंह, कमलेश कुमार, अनुपम सिंह शामिल थे।
कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि सभी शिक्षक, कर्मचारी और विद्यार्थी के लिए यह प्रशिक्षण बहुत ही लाभकारी है। विद्यार्थियों जो आज सीख रहे हो उसे अपने घर जाकर मम्मी और दीदी जो किचेन में खाना बनाती हैं उन्हें जरूर बताना। लीडिंग फायरमैन ओंकारनाथ सिंह ने कहा कि कहीं भी आग लगे फायर बिग्रेड के पहुंचने तक आग बुझाने की हर संभव कोशिश स्थानीय लोगों द्वारा की जानी चाहिए। घी, तेल और पेट्रोलियम की आग को पानी से नहीं बुझाना चाहिए। इसे फोम एक्सटिग्युशर, मिट्टी और बालू से बुझाना चाहिए। इसी तरह बिजली की शार्टसर्किट से लगी आग को बुझाने के लिए मेनस्वीच को आफ कर देना चाहिए। इसके बाद कार्बन डाई आक्साइड या ड्राई पाऊडर एक्सटिंग्यूशर, सूखी मिट्टी और बालू से उसे बुझाना चाहिए। आग हवा के माध्यम से तेजी से फैलता है ऐसे में जिस कमरे में आग लगी हो उसके खिड़की दरवाजे को बंद कर देना चाहिए। इस अवसर पर अग्नि सुरक्षा क्लब के सदस्य डा. मनीष गुप्ता, डा. आशीष गुप्ता, डा. विद्युत मल, डा. सुशील प्रजापति डा.प्रमोद यादवा, डा. नितेश जायसवाल, डा. श्याम कन्हैया, डा. प्रमोद यादव, डा. सुनील कुमार, डा. नीरज अवस्थी, डा. दिग्विजय सिंह राठौर समेत शिक्षक, विद्यार्थी और कर्मचारी उपस्थित थे।