विश्व पाचन स्वास्थ्य दिवस: डिब्बा बंद खाद्य पदार्थ सेवन करते हैं तो रहें सावधान, सेहत को हो सकता है नुकसान

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अगर आपको अपना पाचन तंत्र सही रखना है तो डिब्बा बंद खाद्य पदार्थों से दूर रहें और थोड़ा-थोड़ा करके खाएं। एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज और पीएल शर्मा जिला अस्पताल में हर माह पाचन संबंधी समस्या लेकर पांच हजार से ज्यादा मरीज आते हैं। लोगों को पाचन के प्रति जागरूक करने के लिए हर साल 29 मई को विश्व पाचन स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है।

लोगों की जीवनशैली में डिब्बाबंद खाद्य पदार्थों वाली चीजें बढ़ी हैं। खानपान में चिकनाई वाली चीजों का सेवन ज्यादा करने से पाचन तंत्र बिगड़ रहा है। लोग पाचन तंत्र की गड़बड़ी से परेशान हैं। चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि खाने में रेशेदार चीजों को बढ़ाने की बेहद जरूरत है। इससे पाचन तंत्र सुधरेगा और आंतों से जुड़ी दूसरी बीमारियों से बचा जा सकेगा।

पेट रोग विशेषज्ञ डॉ. सत्यार्थ चौधरी ने बताया कि जो भी खाया जाता है वह आहार नाल से पेट तक जाता है। आहार नाल मुख से शुरू होकर गुदा द्वार तक पहुंचता है। जो भी चीजें खाई जाती हैं वह लार के साथ यकृत और अग्नाशय से होते हुए पेट तक पहुंचती हैं। शरीर के विभिन्न रासायनिक पदार्थ खाने के साथ क्रिया कर उससे रस निकालते हैं।

यह रस शरीर को एनर्जी देता है। भोजन को मुख्य रूप से कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा और अल्प मात्रा में विटामिन एवं खनिज लवणों की जरूरत होती है। पाचन के दौरान शरीर सभी पोषक तत्वों को अवशोषित कर लेता है और गैरजरूरी तत्व मल-मूत्र के रास्ते बाहर निकल जाते हैं।योग से भी मजबूत होता है पाचन तंत्र
योग शिक्षक संजीव कुमार ने बताया कि योग से भी पाचन तंत्र मजबूत होता है। गलत भोजन, गलत जीवनशैली और तनाव से उत्पन्न विष को शरीर से बाहर निकालने में मदद मिलती है। इसमें खासतौर से त्रिकोण आसन के जरिये भूख में वृद्धि, पाचन क्रिया को ठीक और कब्ज को दूर किया जा सकता है।इसी तरह पश्चिमोत्तानासन से कब्ज दूर होता है। पवनमुक्तासन से गैस संबंधी समस्याओं को दूर किया जा सकता है। फिजिशियन डॉ तनुराज सिरोही ने बताया कि हरी और पत्तीदार सब्जियों का सेवन करें। भोजन पूरी तरह से पकाकर खाएं। सब्जियों की सफाई पर ध्यान दें। पाचन तंत्र बिगड़ने की बड़ी वजह दूषित पानी भी है।

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