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स्टडी हॉल : “हर बच्चे में नेतृत्व की क्षमता है बस पहचानने की आवश्यकता है
ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय
लखनऊ: स्टडी हॉल स्कूल ने शैक्षणिक सत्र 2023-24 के लिए नए शामिल कैबिनेट सदस्यों के लिए 26 जून 2023 को एक दिवसीय नेतृत्व कार्यशाला का आयोजन किया गया । कार्यशाला नेतृत्व कौशल और टीम बिल्डिंग कौशल पर केंद्रित थी|
इस कार्यशाला में मुख्य भूमिका स्टडी हॉल स्कूल की प्रिंसिपल श्रीमती मीनाक्षी बहादुर एवं वाइस प्रिंसिपल मीनाक्षी शाह द्वारा निभाई गयी , तकनीकी सहायता के लिए श्री ताज मोहम्मद कार्यशाला में उपस्थित रहे । साथ ही विद्यालय की पूर्व छात्र पदाधिकारियों एवं शिक्षिका सुश्री अरुणिमा त्रिपाठी की भी सक्रिय भागीदारी देखी गई।
कार्यशाला की शुरुआत आइस-ब्रेकिंग गतिविधि के साथ हुई, जिसके बाद एक विचार सत्र में ‘नेतृत्व क्या है? और एक प्रामाणिक नेता कैसे बनें’?, पर एक चर्चा की गई| यह सत्र निर्णय लेने की क्षमता, आत्म-जागरूकता, टीम बिल्डिंग ,आपदा प्रबंधन एवं समस्या समाधान सम्वन्धित सोच पर आधारित था ।
पूर्व छात्र नेताओं ने नए छात्रों के लिए रोल मॉडल के रूप में अपने अनुभवों को साझा किया। प्रतिष्ठित पूर्व छात्रा “दिशा कौशल” ने व्यक्तिगत विकास और कल्याण के कार्य के लिए मूल्यवान विचार साझा करते हुए समाधान पर एक सत्र आयोजित किया।
स्टडी हॉल की प्रिंसिपल मीनाक्षी बहादुर ने कहा,कि “हर बच्चे में नेतृत्व की क्षमता है ,बस पहचानने की आवश्यकता है युवा नेताओं को अपनी क्षमताओं की खोज शुरू करनी चाहिए। ”
ज़ोहा अज़ीम और कोविद त्यागी, हेड गर्ल और द हेड बॉय ने कहा, कि इस कार्यशाला के दौरान साझा किये गए सभी अनुभव छात्रों के जीवन से जुड़े है वास्तविक जीवन से अवगत कराने के लिए कुछ वास्तिविक स्थितियों के माध्यम से पूर्व छात्र सदस्यों ने सत्रों का आयोजन किया |
कार्यशाला का समापन वर्तमान शैक्षणिक सत्र योजना औरआगामी कार्यान्वयन योजना के साथ किया गया , जिसमें कार्यक्रमों और दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों के आयोजन के लिए एक रूपरेखा तैयार की गई। श्रीमती मीनाक्षी बहादुर ने छात्रों की प्रभावी नेता बनने की क्षमता पर विश्वाश दिलाते हुए, प्रभावी नेतृत्व कोशल , सामाजिक न्याय और लैंगिक समानता की आवश्यकता पर जोर दिया। नेतृत्व कार्यशाला में तर्कपूर्ण विचारों के आदान-प्रदान को बढ़ावा मिला और प्रतिभागियों से सकारात्मक प्रतिक्रिया प्राप्त हुई , कार्यशाला के अंत में छात्रों ने कहा कि नेतृत्व कौशल को विकसित करने के लिए समय- समय पर ऐसे सत्र आयोजित होते रहने चाहिए ।