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ब्यूरो प्रमुख
विश्व प्रकाश श्रीवास्तव
मन, बुद्धि, चित्त में सामंजस्य से दूर होगा नशाः जिलाधिकारी
सौभाग्य से मिला है जीवन, नशे से दूर रखिएः प्रो. निर्मला एस. मौर्य
नशा पीड़ित परिवार को करें शिक्षा के प्रति जागरूक प्रो. शिवकुमार
विद्यार्थियों को नशा से दूर रखने के लिए किया गया यज्ञ
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के आर्यभट्ट सभागार में नशा मुक्ति जन जागरूकता पखवाड़े का समापन समारोह मंगलवार को मनाया गया। इस दौरान नशा मुक्ति से संबंधित रंगोली, पोस्टर प्रतियोगिता, नाटक, नशा न करने की शपथ और नशा मुक्ति के लिए यज्ञ किया गया। यह पखवारा 12 से 26 जून तक चला। इसमें काफी संख्या में शिक्षकों और विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया।
समारोह में बतौर मुख्य अतिथि जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने कहा कि आज शहर से गांव तक नशा का प्रचलन बढ़ रहा है, इसको रोकने के लिए हमें अपने मन, बुद्धि, चित्त में सामंजस्य स्थापित करना होगा। इससे व्यवहारिक आहार-विहार और विचार द्वारा नशे की लत को रोक सकते हैं। उन्होंने कहा कि नशे से दूर रहने के लिए अच्छे संस्कार की जरूरत होती है। यह संस्कार एक दिन में नहीं मिलता। यह सतत् प्रयास से आता है, जिस परिवार को यह संस्कार मिल जाता है वह कभी खत्म नहीं होता। यह पीड़ी दर पीड़ी चलता है। इसके लिए उन्होंने अयोध्या प्रकरण में जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य को उद्धृत करते हुए विस्तार से समझाया।
अध्यक्षीय संबोधन में कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि अपने जीवन को नशीली दवाओं से मुक्त रखते हुए, मुस्कुराने का नशा अपनाइए और दूसरों के मुस्कुराने की वजह बनिए। कहा कि नशा करना है तो अच्छे कार्य करने का नशा करिए। उन्होंने कहा कि मानव जीवन बहुत सौभाग्य से मिलता है, इसे नशा करके बर्वाद मत करिए। मादक पदार्थों का सेवन करके आज तक कोई बड़ा नहीं बन सका है। उन्होंने बच्चों के नशामुक्ति हस्ताक्षर अभियान को सराहा।
विशिष्ट अतिथि के रूप में प्राचार्य, उमानाथ सिंह स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय जौनपुर डॉ. शिव कुमार ने कहा कि नशा से पीड़ित परिवार के लोगों से भेदभाव रोका जाए और उन्हें व्यवहारिक सामाजिक सम्मान के साथ शिक्षा की ओर जागरूक करके नशा उन्मूलन कराया जाए। मुख्य अतिथियों का स्वागत एवं प्रबंध तंत्र के छात्र उद्देश्य सिंह द्वारा किया गया। नशामुक्ति यज्ञ शशिकांत त्रिपाठी और चंद्रमोहन पांडेय कराया गया। कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस मौर्य द्वारा शपथ उपस्थित अतिथियों एवं छात्र- छात्राओं को दिलाया गया एवं कुलपति ने कहा कि नशा से संबंधित लोग अग्निकुंड में अपने नशे का त्याग कर दें। कुलपति एवं मुख्य अतिथि द्वारा भी आर्यभट्ट मंच पर नशा मुक्ति अभियान के तहत हस्ताक्षर किया गया। पोस्टर प्रतियोगिता में विजेता रही दिव्या सोनकर, सृष्टि पांडेय, वात्सल्य, अंजली मिश्रा एवं सृष्टि विश्वकर्मा को अतिथियों के द्वारा प्रमाण पत्र द्वारा सम्मानित किया गया। रंगोली प्रतियोगिता में सभी प्रतिभागियों को अतिथियों द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन उद्देश्य सिंह और धन्यवाद ज्ञापन प्रो. अजय द्विवेदी ने किया। समन्वयक डॉ. मनोज पाण्डेय ने दो सप्ताह से चल रहे नशा मुक्ति पखवाड़ा में होने वाले विभिन्न कार्यक्रम का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया। इस दौरान कार्यक्रम में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ जाफरी, वित्त अधिकारी संजय कुमार राय, परीक्षा नियंत्रक वीएन सिंह, सहायक कुलसचिव अजीत सिंह, बबिता सिंह, दीपक सिंह, डॉ. मनोज मिश्र, डॉ. अवधेश कुमार मौर्य, कृष्णा यादव, डॉ. लक्ष्मी प्रसाद मौर्य, विद्यार्थी हिदायत, सुमित, आदित्य, पवन, सत्यम सोनकर इत्यादि उपस्थित रहे।