नए साल का नाम पिंगल, मंगल राजा तो शनि होंगे मंत्री 9 को सर्वार्थ सिद्धि और अमृत सिद्धि योग में शुरू होगा नव संवत्सर

Getting your Trinity Audio player ready...

नए साल का नाम पिंगल, मंगल राजा तो शनि होंगे मंत्री

9 को सर्वार्थ सिद्धि और अमृत सिद्धि योग में शुरू होगा नव संवत्सर

ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय

लखनऊ। चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा 9 अप्रैल मंगलवार को है। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग में नव विक्रम संवासर-2081 की शुरुआत होगी। इस बार शुरू हो रहे संवत का नाम “पिंगल’ है। इस साल ग्रह मंडल का राजा ‘मंगल’ और मंत्री ‘शनि’ होंगे। ज्योतिष विज्ञानियों के मुताबिक, इनके असर से कई क्षेत्रों में परेशानियां बढ़ेगी, लेकिन रियल एस्टेट, सिनेमा, रंगमंच, शिक्षा व्यवस्था, त्या, नारी शक्ति और अर्थव्यवस्था में सुधार होगा। ऑटोमोबाइल,तकनीक, दूरसंचार, कंप्यूटर, रोबॉटिक्स और एआई के लिहाज से भी यह नया साल शुभ होगा।

गोमती नगर स्थित ज्योतिषायन के पंडित दीपक दुबे ने बताया कि चैत्र शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा 8 अप्रैल रात 11:52 बजे से 9 अप्रैल रात 8:33 बजे तक रहेगी। इस तरह उदया तिथि के मुताबिक नव संवत्सर 9 अप्रैल को शुरू होगा। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग रहेंगे। इस दिन नए वर्ष के पंचांग का पूजन कर वर्षफल सुना जाता है। निवास स्थानों पर ध्वजा और बंदनवार लगाए जाते हैं।
पंडित दीपक दुबे ने बताया कि नए संवत्सर 2081 में ग्रह मंडल का राजा मंगल और मंत्री ‘शनि’ है। ग्रह मंडल में सस्येश मंगल, धान्देश चंद्र, रसेश गुरु, नीरसेश मंगल, मेघेष शनि, फलेश शुक, धनेश मंगल और दुर्गेश शनि भी होंगे। इनमें सात स्थानों पर क्रूर ग्रहों का अधिकार होगा और बाकी तीन स्थान सौम्य ग्रह को मिले हैं। राजा सहित कुल चार विभाग अकेले मंगल के अधीन हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मंगल और शनि दोनों बहुत प्रचंड है। मंगल के कारण जिसकी लाठी उसकी भैस’ वाली स्थिति बनेगी। वहीं, शनि के कारण ‘अपनी करनी की सजा’ भी पाएंगे दीपक दुबे ने बताया कि नवसंवत्सर के प्रवेश की लगन ‘धनु’ होने से गुरु पंचन त्रिकोण में मित्र राशि में है। इससे सता में बैठे व्यक्ति की बुद्धिमता से परिस्थितियों का समाधान निकलेगा। इसके साथ भारत की सैन्य ताकत बढ़ेगी। वहीं, राजनीतिक उथल-पुथल रहेगी। तूफान, भूकंप, प्राकृतिक आपदा से जन-धन की हानि की आशंका है। इसके साथ पृथ्वी का तापमान बढ़ेगा। झुलसा देने वाली गर्म हवाओं से पशु-पक्षी, फल-फूल, वनस्पतियों को नुकसान होगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *