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माता की कृपा से व्यक्ति की गरीबी दूर हो जाती है:पंडित दीपक मालवीय
ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय
लखनऊ। हमारे हिंदी पंचांग के अनुसार, हर साल ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पर धूमावती जयंती मनाई जाती है। इस साल यह पर्व 14 जून दिन शुक्रवार को पड़ रहा है। मां धूमावती 10 महाविद्वाओं में से एक हैं। मान्यताओं के अनुसार, मां धूमावती धुएं से प्रकट हुई थीं। धूमावती जयंती पर जगत जननी मां पार्वती के रौद्र रूप की पूजा-अर्चना की जाती है। साथ ही जीवन में सुख-शांति के लिए प्रार्थना की जाती है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन पूजा के दौरान पार्वती चालीसा का पाठ करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और मां पार्वती प्रसन्न होती हैं और आज के दिन मां धूमावती का अवतार पापियों को दंड देने के लिए हुआ है। माता धूमावती की पूजा से युद्ध में विजय के साथ ही विपत्तियों से मुक्ति मिलती है और रोग का नाश भी होता है। इनकी महिमा इतनी निराली है कि दर्शन मात्र से तमाम मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं, माता को देवी का फूल प्रिय है। ज्योतिषायन के पंडित दीपक मालवीय ने बताया माता धूमावती के कुछ आसान उपाय और हवन से भक्त अपनी समस्याओं का छुटकारा पा सकते हैं। *कालसर्प दोष और क्रूर ग्रह दोष* से छुटकारा पाने के लिए जटामांसी और काली मिर्च से प्रकटोत्सव के दिन माता के लिए होम (हवन) करना चाहिए।
*यदि आप कर्ज को* लेकर परेशान हैं और उससे छुटकारा पाना चाहते हैं तो कर्ज से मुक्ति के लिए माता धूमावती प्रकटोत्सव के दिन नीम की पत्तियों और घी से माता धूमावती के लिए हवन करना चाहिए।माता धूमावती की कृपा से सब दुख दूर हो जाते हैं। *गरीबी दूर करने* की प्रार्थना को लेकर व्यक्ति को गुड़ और गन्ने से हवन करना चाहिए। इससे माता की कृपा से व्यक्ति की गरीबी दूर हो जाती है।यदि *बड़े संकट और रोगों* से जूझ रहे हैं तो धूमावती जयंती के दिन मीठी रोटी और घी का हवन करिए माता की कृपा से संकट दूर हो जाएगा।राई में सेंधा नमक मिला कर हवन करने से *शत्रुओं का नाश* होता है।रक्तचंदन घिस कर शहद में मिलाने के बाद इसमें जौ मिलाकर यदि दुर्भाग्यशाली व्यक्ति हवन करे तो उसका दुर्भाग्य दूर हो जाएगा और वह सौभाग्यशाली बन जाएगा।
और मां धूमावती के इस *धूं धूं धूं धूमावती स्वाहा* के कम से कम एक माला जप कर उपरोक्त सामग्री से हवन करने पर उपरोक्त समस्याओं से छुटकारा मिलता है।