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12 सितम्बर- श्रीरामचरितमानस की भाव सहित चौपाई
नमो राघवाय 🙏
झूठेउ सत्य जाहि बिनु जानें ।
जिमि भुजंग बिनु रजु पहुँचानें
जेहि जानें जग जाइ हेराईं ।
जागें जथा सपन भ्रम जाई ।।
( बालकांड 111/1)
जय सियाराम 🙏🙏
शिव जी से विवाह उपरांत कुछ दिनों के बाद अवसर देखकर पार्वती जी ने उनसे राम चरित पूछा है । शिव जी राम गुणगान करते हुए कहते हैं कि जिसे जाने बिना झूठ भी सत्य मालूम पड़ता है जैसे बिना पहचानें रस्सी सर्प मालूम पड़ती है । जिसे जान लेने पर जगत का उसी तरह लोप हो जाता है जैसे जागने पर स्वप्न का भ्रम चला जाता है ।
हम जगत को जानने व मानने में लगे हुए हैं इसीलिए भ्रम में भटक रहें हैं । परंतु यदि राम को जान लें तो हमारी जगत की भटकन दूर हो जाती है । अस्तु! अपने जीवन से जगत की उलझन दूर करना है तो राम को जानें , रामत्व को जानें । अथ ! राम राम जय राम राम 🚩🚩🚩
तरूण जी लखनऊ