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एमिटी इंटरनेशनल स्कूल द्वारा
अतुल्य भारत – एक विरासत प्रस्तुति – २०२४
ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय
लखनऊ। एमिटी इंटरनेशनल स्कूल , विराज खंड गोमती नगर , लखनऊ द्वारा एक विरासत प्रस्तुति का अत्यंत उत्साहपूर्वक प्रदर्शन किया गया। इस विषय का मुख्य उद्देश्य भारत की विशाल संस्कृति और विरासत को दर्शाना था। भारत देश में लगभग सभी प्रकार की भूमि , जलवायु , विविध भाषाएँ और धर्म हैं जो अनेकता में एकता का प्रतिनिधित्व करते हैं। भारत में प्रसिद्ध विरासत स्थल और स्मारक हैं जो किसी को भी मंत्रमुग्ध कर देते हैं। यहाँ अतिथियों को भगवान के रूप में माना जाता है क्योंकि वे “अतिथि देवो भव ” में विश्वास करते हैं।
माननीया अध्यक्षा महोदया श्रीमती डा. अमिता चौहान जी के आशीर्वाद व् प्रेरणा द्वारा तथा विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती रचना मिश्रा जी के कुशल नेतृत्व में अतुल्य भारत का भव्य आयोजन किया गया I
आदरणीया प्रधानाचार्या महोदया श्रीमती रचना मिश्रा जी ने अत्यन्त गर्व व उत्साहपूर्वक सभी उपस्थित श्रद्धेय अतिथियों का स्वागत किया तथा अभिभावकों द्वारा दिए जाने वाले निरंतर सहयोग हेतु उनका आभार प्रकट किया।
साथ ही छात्रों की कार्य के प्रति समर्पण ,निष्ठा व एकाग्रता की प्रशंसा करते हुए उन्हें जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ने व सफल होने का आशीर्वाद प्रदान किया। उन्होंने विद्यालय के सामाजिक विज्ञान के अध्यापकों – सुश्री सुमिता सिंह, सुश्री प्रिया अग्रवाल श्रीवास्तव तथा सुश्री युक्ति मिश्रा को कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए शुभकामनाएँ तथा बधाई प्रदान की।
एमिटी विद्यालय के सभागार में कक्षा १ तथा २ के छात्रों द्वारा लखनऊ के ऐतिहासिक परिवेश के विषय में प्रस्तुति दी गई , जिसमें छात्रों ने लखनऊ के प्राचीन नाम लक्ष्मणपुरी , यहाँ के रहन – सहन , वेशभूषा , खानपान , भाषा , इमारतें जैसे – इमामबाड़ा , घंटाघर , रुमी दरवाजा , रेजीडेंसी , जामा मस्जिद , बनारसी बाग , पिक्चर गैलरी , मोती महल , मरीन ड्राइव , इंदिरा गाँधी तारामण्डल आदि दर्शनीय स्थल , विशेष व्यंजन – टुंडे कबाब , इमरती , शाही टुकड़ा, चिकन शोरमा कबाब , शीरमाल रोटी , चिकनकारी उद्योग जिसमें मुकेश , कामदानी , बादला , सिक्विन , मनका के काम जैसी आतंरिक सजावट शामिल है।
तत्पश्चात कक्षा ३ के छात्रों ने तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल राज्य से सम्बंधित मनोहर भरतनाट्यम और कीर्तन नृत्य प्रस्तुत किया तथा कक्षा ४ के छात्रों ने महाराष्ट्र और राजस्थान राज्य के प्रसिद्ध पोवाड़ और लावणी तथा मूमल गीत प्रस्तुति के द्वारा सभा में उपस्थित जनों को आनन्दमय कर दिया।
दूसरी तरफ कक्षा ५ , ६ , ७ तथा ८ के छात्रों द्वारा क्रमशः राजस्थान , पश्चिम बंगाल , तमिलनाडु और महाराष्ट्र राज्य के सांस्कृतिक , ऐतिहासिक , भौगोलिक विरासत ,त्यौहार , वेशभूषा , रहन – सहन , खानपान , व्यंजन , नृत्य , संगीत , फसल , वातावरण , वास्तुकला , वनसम्पदा , राष्ट्रीय उद्यान , प्रमुख हस्तियाँ इत्यादि का चार्ट , पीपीटी , सूचना बोर्ड , मॉडल तथा बैनर इत्यादि के माध्यम से विद्यालय के प्रांगण में आत्मविश्वास के साथ उत्साहपूर्वक प्रदर्शन किया गया और चारों राज्यों की महत्त्वपूर्ण जानकारी प्रदान की गई।