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अयोध्या।(अमित कुमार मणि त्रिपाठी बीकापुर संवाददाता)।धर्म नगरी अयोध्या में एक बड़ी खबर सामने आई है।कहा जा रहा है कि अयोध्या के गोशाईगंज विधानसभा इस बार 27 फरवरी को मतदान नहीं करेंगे।ये सभी मतदाता जिला प्रशासन से नाराज हैं।दरअसल, माझा काजीपुर व माझा रामपुर पुवारी के ग्रामीणों का राजस्व विभाग ने अपने विभाग से इन लोगों का नाम खारिज कर दिया है।दोनों ग्राम पंचायतों को चिराग रहित ग्राम पंचायत बता रही है। इसी से नाराज ग्रामीणों ने 2022 के विधानसभा चुनाव में मतदान बहिष्कार किया है। 2008 में चकबंदी के समय में कानूनगो व प्रधान में कहासुनी होने के कारण पूरे गांव को कानूनगो के कोप का भाजन बनना पड़ा। ग्रामीण बताते हैं कि कानूनगो ने कहा था यह विवाद बहुत महंगा पड़ेगा और उसने उसको कर दिखाया।सीमा विवाद में माझा काजीपुर ग्राम पंचायत को न तो अयोध्या जनपद में रखा गया और न ही बस्ती जनपद में दरअसल, ग्रामीणों की जमीन सरयू नदी के किनारे अयोध्या जनपद व बस्ती जनपद की सीमा पर है जिसको लेकर आए दिन विवाद होता रहता है।राजस्व विभाग ने इन ग्रामीणों की जमीन को सरयू जल क्षेत्र बताया है। जबकि इनकी कई पीढ़ियां मालगुजारी व लगान इस जमीन की जमा करती आ रही है।माझा काजीपुर ग्राम पंचायत के आसपास चारों तरफ के ग्राम पंचायत की खतौनी निकलती है. लेकिन कई ग्राम पंचायतों के बीच में माझा काजीपुर की खतौनी दो हजार अट्ठारह से नहीं निकली है।ग्रामीण 27 फरवरी को मतदान नहीं करेंगे। ग्रामीणों को जो सरकारी सुविधाएं मिलती थीं उस पर भी लगाम लगता हुआ चला जा रहा है।अभी कुछ दिन पहले ही बाढ़ के प्रकोप से ग्रामीणों को कई तरीके से नुकसान हुए था। लेकिन सरकारी सुविधाएं उनको इसलिए नहीं मिलीं, क्योंकि राजस्व विभाग में उनका कोई अभिलेख नहीं है. कई पीढ़ियों से रह रहे ग्रामीण इनके पास बहुत पुरानी और 2018 तक की खतौनी और 2021 तक के लगान के रसीद है। मौजूद ग्रामीणों ने एक नारा देकर मतदान बहिष्कार किया है, जिसमें सीधे राजस्व विभाग को टारगेट किया गया है। राजस्व विभाग में ग्रामीणों का नाम नहीं है. इसीलिए ये ग्रामीण 27 फरवरी को मतदान नहीं करेंगे।