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अयोध्या।(राजेश श्रीवास्तव ब्यूरो चीफ अयोध्या)इस समय विधानसभा चुनाव के चलते राजनीति दलो के प्रत्याशी व कार्यकर्ता मतदाताओ को अपनी ओर लुभाने में कोई कोर कसर नही छोड़ रहे है।कोई राम का सहारा ले रहा है तो कोई सोशल मीडिया का व जाति समीकरण का।लेकिन मतदाता पूरी तरह से चुप्पी साधे हुये है।वही जिले के किसी किसी विधानसभा में मतदाताओ ने आरोप लगाया कि अभी तक विकास न होने के चलते मतदान करने का उन लोगों ने बहिष्कार किया है।अगर राजनैतिक जानकारो की माने तो देश व प्रदेश की सत्ता का रास्ता विश्व की राम नगरी अयोध्या से ही होकर जाता है।इस बार यहां से दोबारा चुनाव लड़ रहे भाजपा के प्रत्याशी एवं वर्तमान विधायक वेद प्रकाश गुप्ता व समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री तेज नारायण पांडे उर्फ पवन पांडे से कड़ा मुकाबला दिखाई दे रहा है।सूत्र के मुताबिक वे भाजपा प्रत्याशी को कडी टक्कर दे रहे हैं। सपा के पूर्व मंत्री पवन पांडेय ने पूरे 5 साल विधानसभा में मजबूती से जनता के द्वार पर उनके सरोकारों सुख दुख में शामिल होकर मजबूत जमीन तैयार कर ली है, जिससे भाजपा प्रत्याशी कि दोबारा जीत की राह आसान नहीं है। जबकि सुप्रीमकोर्ट के आदेश के बाद हिंदुओं के आस्था एवं आराध्य देव रामलला का दिव्य एवं भव्य मंदिर तेजी से धर्म नगरी अयोध्या मे बनना शुरू हो गया है।जिसके सहारे पूरे देश के कई प्रदेशों में हो रहे चुनाव मैं हिंदू जनमानस राष्ट्रवाद की सरकार बनाने के पक्ष में अपने नागरिक अधिकार को बचाने की भारतीय जनता पार्टी ने मुहिम छेड़ रखी है। जिसका सीधा लाभ भारतीय जनता पार्टी को मिलने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं डायनेमिक फायर ब्रांड गृहमंत्री अमित शाह एवं यूपी के हिंदुत्व का झंडा बुलंद करने वाले सीएम योगी आदित्यनाथ ने पूरी ताकत लगा दी है।भारतीय जनता पार्टी को आगामी 2022 के आसन्न विधानसभा चुनाव मे जिले के पांचों विधानसभाओं में जहां समाजवादी पार्टी सहित सभी विपक्षी पार्टियों ने अपना चुनाव प्रचार तेज कर दिया है।वहीं पर पार्टी को प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी कड़ी टक्कर दे रहे है जबकि रुदौली विधानसभा में समाजवादी पार्टी से पाला बदलकर बसपा का दामन थामने वाले अब्बास अली जैदी रुश्दी समाजवादी के प्रत्याशी आनंद सेन यादव के लिए बड़ी बाधा खड़ी कर दिया है। वहीं पर भाजपा प्रत्याशी विधायक रामचंद्र यादव की हैट्रिक की राह मे बडा कांटा साबित हो रहीहै।उनको अपना अस्तित्व बचाने की जबरदस्त चुनौती है।वही गोसाईगंज विधानसभा से जेल में निरुद्ध इंद्र प्रताप तिवारी उर्फ खब्बू तिवारी की पत्नी आरती तिवारी के अपने सुहाग की दुहाई देकर भावुक अपील से मतदाता की कितनी सहानुभूति बटोर सकती है यह आने वाली 27 फरवरी ही बतायेगी।वही सपा के पूर्व विधायक अभय सिंह ने भी अपनी मजबूती से सियासी चाल चलकर शाम दाम दाम दण्ड सहित सभी जीत के अस्त्र अपना रहे है।विधानसभा बीकापुर से भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व भाजपा विधायक शोभा सिंह एवं पूर्व मंत्री मुन्ना सिंह चौहान के पुत्र अमित सिंह चौहान ने अपनी पूरी ताकत लगा लगा कर दिन रात धुआंधार प्रचार में लगे हैं वहीं पर प्रमुख विपक्षी दल से सोहर ब्लॉक के पूर्व ब्लाक प्रमुख बसपा से पाला बदलकर आए मजबूत सियासी जनाधार वाले गब्बर ने जीत के सारे हथकंडे अपना रहे वहीं पर कांग्रेस पार्टी छोड़कर आए मजबूत सियासी जनाधार रखने वाले देव काली मंदिर के पुजारी परिवार के सुनील पाठक ने बसपा सुप्रीमो बहन मायावती की सोशल इंजीनियरिंग के फार्मूले के तहत मजबूत आधार पर चुनावी ताल ठोक कर भाजपा और सपा को करारी टक्कर दे रहे हैं। विधानसभा मिल्कीपुर में पूर्व कैबिनेट मंत्री अवधेश प्रसाद समाजवादी पार्टी से मजबूत जनाधार के सहारे भारतीय जनता पार्टी के सिटिंग विधायक बाबा गोरखनाथ को करारी टक्कर दे रहे हैं। जबकि पूरे जिले में मतदाता साइलेंट है, वह किसी दल के पक्ष में खुलकर बोलने को तैयार नहीं आगामी 10 मार्च को देखना है कि जिले की पांचों विधानसभा सीटों में कमल खिलता है या फिर तेज रफ्तार से साइकिल दौड़ती है या फिर हाथ का पंजा अपनी धमाकेदार उपस्थिति दर्ज कराएगा या झाड़ू निशान के आधार पर पूरे देश पर कब्जा करने की सियासी मंशा रखने वाले अरविंद केजरीवाल की पार्टी झाड़ू लगाकर सब की सफाई करेगी यह तो 10 मार्च को आने वाला चुनाव परिणाम ही तय करेगा।