उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के बिसौली में मुरादाबाद-फर्रुखाबाद हाईवे पर मदनजुड़ी गांव के नजदीक सोमवार शाम टैंकर की टक्कर से 33 वर्षीय जितेंद्र की मौत हो गई। ग्रामीणों ने विरोध में हाईवे पर जाम लगा दिया। सूचना पर कई थानों की पुलिस पहुंच गई। जाम खुलवाने के दौरान पुलिस से नोकझोंक के बाद ग्रामीणों ने पथराव कर दिया। एसओ वजीरगंज की गाड़ी तोड़ दी। उसे फूंकने की भी कोशिश की गई। इस दौरान सीओ शक्ति सिंह और प्रभारी निरीक्षक ऋषिपाल सिंह ने ढाबे में घुसकर जान बचाई। देर रात करीब साढ़े नौ बजे ग्रामीण हाईवे से हटाए जा सके। देर रात इस मामले में करीब 25 लोगों को नामजद करने के साथ 200 अज्ञात लोगों पर रिपोर्ट दर्ज करा दी गई। हादसा सोमवार शाम करीब छह बजे हुआ। उस वक्त कोतवाली क्षेत्र के गांव मदनजुड़ी निवासी जितेंद्र अपनी पत्नी नीरेश को साइकिल पर बिसौली से बुखार की दवा दिलाकर घर लौट रहा था।
उसकी साइकिल गांव के नजदीक पहुंची थी कि उसी समय बदायूं से बिसौली की ओर जा रहे टैंकर ने साइकिल को टक्कर मार दी। इसमें उसकी मौके पर ही मौत हो गई। जबकि उसकी पत्नी नीरेश घायल हो गई। हादसे की जानकारी पाकर गांव के तमाम लोग मौके पर पहुंच गए।
उन्होंने टैंकर पकड़वाने की मांग को लेकर हाईवे पर जाम लगा दिया। सूचना पर बिसौली कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की लेकिन उन्होंने जाम नहीं खोला। इस पर फैजगंज बेहटा और वजीरगंज थाना पुलिस को भी बुला लिया गया। सीओ शक्ति सिंह भी पहुंच गए।
रात करीब साढ़े आठ बजे पुलिस ने जितेंद्र का शव हाईवे से हटवा दिया। उसे पोस्टमार्टम भेजने की तैयारी चल रही थी कि दौरान पुलिस की कुछ ग्रामीणों से नोकझोंक हो गई। इस पर पुलिस ने दो-चार लोगों को डंडे मारकर सड़क से हटाने की कोशिश की। आरोप है दो लोगों को पीटा भी गयी, इससे ग्रामीण उग्र हो गए।
उन्होंने पुलिस पर ही पथराव कर दिया। पुलिस मौके से भाग खड़ी हुई लेकिन वाहन वहीं रह गए। ऐसे में ग्रामीणों ने एसओ वजीरगंज की गाड़ी तोड़ दी। उसमें आग भी लगाई पर कुछ लोगों ने बुझा दिया। इस दौरान एसएसपी के निर्देश पर कई और थानों की पुलिस भी पहुंच गई। इसके बाद पुलिस ने हाईवे पर जमे ग्रामीणों को खदेड़ दिया। रात पौने दस बजे तक हाईवे खाली हो सका।