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सिकरारा(जौनपुर)
बिना मान्यता के शिक्षा की दुकान सजाए बैठे माफियाओं पर प्रशासन ने एक बार फिर से नकेल कसना शुरू कर दिया है। शनिवार को खंड शिक्षा अधिकारी राजीव यादव एआरपी टीम के साथ अहिरौली गांव में चल रहे अमान्य स्कूल को बंद कराने पहुंचे तो विद्यालय संचालक स्कूल बंद कर बच्चो को भगाकर फरार हो गए।
परिषदीय स्कूलों में नामांकन बढाने हेतु खंड शिक्षा अधिकारी राजीव यादव व एआरपी शैलेष चतुर्वेदी परिषदीय विद्यालय के शिक्षकों के साथ सुबह लगभग साढ़े सात बजे अहिरौली गांव में घर- घर जाकर अभिभावकों से अपने बच्चों का नाम परिषदीय स्कूलों में दाखिले हेतु प्रेरित कर रहे थे। साथ ही स्कूल जाने की उम्र वाले बच्चों का नामांकन भी कर रहे थे। उसी दौरान ग्रामीणों व शिक्षको द्वारा बताया कि उक्त गांव में पी.एन. मेमोरियल पब्लिक स्कूल के नाम से एक अमान्य स्कूल नर्सरी से कक्षा आठ तक संचालित है। सूचना मिलते वे टीम के साथ उक्त स्कूल पर पहुंचने वाले ही थे कि स्कूल का संचालक बच्चो को घर भेजकर स्कूल बंद कर फरार हो गया। स्कूल पर लगाए गए पोस्टर पर लिखे नम्बर पर संचालक को फोन कर स्कूल न खुलने की हिदायत दी। कहा कि यदि स्कूल संचालन कि स्थिति में मिला तो हर दिन दस हजार रुपया जुर्माना के साथ कठोर कार्रवाई की जाएगी। पुनः गांव में जाकर अभिभावकों से अपनें बच्चो का नामांकन परिषदीय स्कूलों में लिखवाने की बात कही। अभिभावकों ने भी कहा दो दिन के अंदर करा लेगें