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रिपोर्ट अजय सिंह सीतापुर
सकरन सीतापुर मुख्यमंत्री व जिला अधिकारी का आदेश माने नही रखते ग्राम विकास अधिकारी संतलाल पटेल व ग्राम प्रधान अख्तरुन निसा ने ग्राम पंचायत सांडा में करोड़ों रुपये का घोटाला किया गया है
विकास खण्ड सकरन की ग्राम पंचायत सांडा का मामला सामने आया है ग्रामीण राजकुमार मिश्रा से आवास के नाम पर 20 हजार रुपये की मांग किया था जिसमें प्रधान को 5 हजार रुपये दिया था लेकिन प्रधान ने कहा कि आवास लेना है तो 20 हजार रुपये खर्च देना होगा लेकिन लाभार्थी काफी कमजोर है और कच्चे मकान में जीवन यापन कर रहा है तो बीस हजार रुपये देने वाली स्थिति नहीं है तब लाभार्थी राजकुमार मिश्रा ने प्रधान प्रतिनिधि कय्यूम अंसारी से कहा कि मेरा 5 हजार रुपए वापस कर दो हमको आवास नही चाहिये तब कय्यूम अंसारी द्वारा लाभार्थी को भला बुरा कहा गया प्रार्थी राजकुमार मिश्रा ने ग्राम पंचायत सांडा के वर्तमान ग्राम विकास अधिकारी संतलाल पटेल से 2015 से 2021 तक की जनसूचना के अधिकार के अंतर्गत सांडा में कार्य की सूचना मांगी तो सेक्रेटरी ने कहा 6000 रुपये जनसूचना अधिकार के अधिनियम 2005 के अंतर्गत बैक में जमा कराया गया उसके बाद भी कोई सूचना की कापी नही दी गई प्रार्थी ने इसकी शिकायत माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ को सप्तपत्र के माध्यम से व जिला अधिकारी महोदय को दिया कि सांडा में जो विकास कार्य कराया गया है उसकी जाँच करा ली जाय और समसान के नाम पर सरकार द्वारा 24 लाख रुपये की लागत से समसान का कार्य होना था जिसको घटिया सामग्री से निर्माण में पीला ईट कम सीमेंट के साथ साथ कार्य कराया गया है प्रधान व सचिव के द्वारा बन्दर बाट किया गया है सेक्रेटरी के लिये तो यह मात्र बानगी भर तक है जब कि विकास खण्ड सकरन की ग्राम पंचायत कौवाखेड़ा में 5 लाख रुपये का बिल बनाकर पैसे निकाल लिया कम्हरिया कटेसर कौवखेड़ा खून खून कम्हरिया आदि में 25 लाख रुपये का बिल बनाकर निकाल लिया है बिना काम कराये ग्राम विकास अधिकारी संतलाल पटेल की सभी ग्राम पंचायत में 4 जनवरी को जिला अधिकारी ने जांच के आदेश समिति बनाकर करने को जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को जांच कर के एक हप्ते में रिपोर्ट मांगी थी