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यूपी एटीएस की टीम ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर विस्फोट की योजना को विफल करते हुए आईसआईएस से जुड़े आतंकी सबाउद्दीन आजमी को आजमगढ़ से धर दबोचा है। वह आईएसआईएस में भर्ती कराने वाले सदस्यों से सीधे संपर्क में था। एटीएस ने उसके पास से भारी मात्रा में 315 बोर के कारतूस समेत शोल्डिंग व पीवीसी वायरिंग समेत तमाम आपत्तिनजक सामग्री भी बरामद किया है। संभावना है इन सामग्रियों का इस्तेमाल बम बनाने में किया जाता है। गिरफ्तार आतंकी ने पुलिस को बताया कि उसकेसाथ कुछ लोग स्वतंत्रा दिवस के मौके पर विस्फोट करने की योजना तैयार कर रहे थे। सबाउद्दीन के सबाहुद्दीन, सबाहु, दिलावर खान, बैरम खान और आजर जैसे कई छदम नाम हैं। वह आजमगढ़ के ही मेहमूदापुरा अमिलो मुबारकपुर का रहने वाला है। सबाउद्दीन आईएसआईएस के अलावा ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम का भी सक्रिय सदस्य है।
यूपी एटीएस के प्रवक्ता ने बताया कि स्वतंत्रा दिवस को देखते हुए पुलिस महानिदेशक डॉ. देेवेन्द्र सिंह चौहान के निर्देश पर यूपी एटीएस को अवांक्षनीय तत्वों पर नजर रखने को कहा गया था। इसी कड़ी में एटीएस की टीम को सहयोगी एजेंसी के माध्यम से पता चला कि आजमगढ़ के अमिलो मुबारकपुर में एक व्यक्ति अपने साथियों के जरिए आईएसआईएस से प्रभावित होकर वाट्सएप समेत अन्य सोशल मीडिया के माध्यम से स्थानीय युवकों में जिहादी विचारधारा का प्रचार-प्रसार कर रहा है। साथ ही युवकों को आईएसआईएस से जुड़ने के लिए प्रेरित कर रहा है।
सबाउद्दीन को गिरफ्तार करने केबाद लखनऊ स्थित एटीएस मुख्यालय ले आई है। यहां पर उससे पूछताछ और उसके मोबाइल का डेटा खंगालने पर पुलिस कई चौकाने वाले तथ्य हाथ लगे हैं। एटीएस के प्रवक्ता ने बताया कि पुछताछ में पुलिस को पता चला है कि सबाउद्दीन आतंक और जेहाद के लिए मुस्लिम युवकों का ब्रेनवाश करने के लिए आईएसआईएस द्वारा तैयार किए गए टेलीग्राम चैनल ‘अल-स्क्वायर मीडिया’ से जुड़ा हुआ है और ओवैसी की राजनीतिक पार्टी आईएमआईएम का भी सक्रिय सदस्य है। पुलिस की पूछताछ में सबाउद्दीन ने बताया कि वह फेसबुक के माध्यम से बिलाल नाम के एक व्यक्ति से जुड़ा था। बिलाल उससे काश्मीर में मुजाहिदों पर हो रही कार्यवाही केबारे में बात करता था। इसी कड़ी में बिलाल ने उसे आईएसआईएस के सदस्य मूसा उर्फ खत्ताब कश्मीरी का फोन नंबर दिया था और उससे लगातार बात होने लगी थी।
पुलिस को उसने बताया कि मूसा ने भी उसे आतंकी संगठन आईएसआईएस के सदस्य अबू बकर अल-शामी का नंबर दिया, जो सिरिया में रहकर इस संगठन का काम कर रहा है। इसके बाद बकर उससे लगातार कश्मीर में मुजाहिदों पर हो जुल्म के बारे में बात करता था। बकर से संपर्क में आने के बाद सबाउद्दीन भी उससे मुजाहिदों पर हो रही कार्यवाही का बदला लेने और आईएसआईएस की तरह भारत में भी एक इस्लामिक संगठन बनाने एवं आईईडी बनाने केबारे में जानकारी हासिल किया। अबू बकर ने सबाउद्दीन को आईईडी बनाने का विधि और जरूरी सामग्री के बारे में भी जानकारी देता था। साथ ही बकर ने उसे मुर्तानिया के रहने वाले आईएसआईएस में भर्ती कराने वाले अबू उमर से भी मिलवाया।
अबू उमर सोशल मीडिया के जरिए सबाउद्दीन को हैंड ग्रेनेड, बम, आईईडी बनाने की ट्रेनिंग देने लगा। वहीं, सबाउद्दीन को भारत में मुजाहिदिन संगठन तैयार इस्लामिक स्टेट स्थापित करने और भारत में इस्लामी हुकुमत व शरिया कानून लागू कराने की योजना पर लगा दिया था। आईएसआईएस से सक्रिय रूप से जुड़ने के बाद सबाउद्दीन ने आरएसएस के नाम से एक मेल आईडी बना ली और उससे फेसबुक का नया अकाउंट बनाकर आरएसएस के सदस्यों को टारगेट करने की योजना पर काम कर रहा था। एटीएस ने लखनऊ में एटीएस थाने में सबाउद्दीन के मुकदमा दर्ज कर लिया है